इस टीम ने 4500 किलोमीटर की दूरी 45 दिन में दौड़ कर तय की। प्रत्येक दिन 100 किलोमीटर की दौड़ लगाकर 20 वायुसैनिक मंगलवार को कोहिमा युद्ध स्मारक पर पहुंचे तथा दिल्ली के लिए प्रस्थान करेंगे।
दिल्ली में टीम का स्वागत भारतीय वायु सेना के प्रमुख और देश की रक्षा मंत्री करेंगी। टीम में कुल 20 रनर हैं जिसमें पांच-पांच धावकों की चार टीमें हैं। अपील: इन वायु योद्धाओ का खेलों के प्रति रुझान शुरू से रहा है। इन धावकों ने देशवासियों से अपने बच्चों के स्वास्थ्य एवं कुशल जीवन के लिए खेलों के प्रति रुचि जगाने की अपील की है।
ऐसे हुआ टीम में चयनटीम का चयन दिल्ली में 6 घंटे की दौड़ और प्रशिक्षण के बाद करीब 2 माह पूर्व किया गया था। टीम का संचालन सुखोई -30 के पायलट स्क्वार्डन लीडर सुरेश राजदान कर रहे हैं।
टीम ने 4400 किलोमीटर की दौड़ सोमवार को सफ लतापूर्वक पूर्ण कर नागालैंड में प्रवेश किया था। धावकों के दल ने जम्मू-कश्मीर की पहाडिय़ां- माइनस डिग्री वाले तापमान से होकर हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, असम राज्य को पार किया।
दो धावक बाड़मेर जिले के दौड़ में देश के 20 योद्धाओं के दल में बाड़मेर जिले के दो वायु योद्धा दौड़ में शामिल रहे हैं जिसमें बायतु के सेवनियाला गांव के सार्जेंट गोरखाराम बेनीवाल व कुड़ी के कॉर्पोरल बुद्धाराम विश्नोई शामिल हैं।