दोपहर में गर्मी के चलते आवाजाही कम रही तो शाम को लोग गलियों में टहलते नजर आए। इस दौरान प्रशासन ना ही पुलिस की सख्ती रही जिस पर लोग बेपरवाह नजर आए। कोरोना केस कम होने के बाद सरकार की ओर से नई गाइडलाइन जारी होने पर पांच दिन तक बाजार सुबह छह बजे से शाम पांच बजे तक खुले रहे।
शनिवार को वीकेंड कफ्र्यू लगा जिसके तहत सुबह ग्यारह बजे के बाद बाजार बंद होने थे। बाड़मेर में इसका मिलाजुला असर नजर आया। शहर में रेलवे स्टेशन, मुख्य बाजार, चौहटन रोड, सिणधरी चौराहा, कॉलेज रोड, ढाणी बाजार, गडरा चौराहा आदि व्यस्ततम इलाकों में वीकेंड कफ्र्यू का असर नजर आया।
यहां बाजार में सन्नाटा पसरा हुआ था तो दुकानें बंद होने से लोगों की आवाजाही भी कम हो गई थी। हालांकि दुपहिया वाहन चालक घूम रहे थे जिन्हें टोकने वाला कोई नहीं था। गली- मोहल्लों में दुकानें खुली- शहर की छोटी गलियों व मोहल्लों में दुकानें खुली नजर आई। इस दौरान कई जगह दुकानदार शटर आधा खुला रख कर सामान बेच रहे थे।
शहर की राय कॉलोनी, नेहरू नगर फाटक, फकीरों का कुआं, रेलवे कुआं नम्बर तीन आदि इलाकों में वीकेंड कफ्र्यू का असर कम नजर आया। यहां लोगों की आवाजाही ज्यादा रही तो दुकानदार भी दुकानों के आसपास सोशल डिस्टेंस की पालना किए बिना बतियाते नजर आए।
सब्जी, फल व आवश्यक सामग्री उपलब्ध– वीकेंड कफ्र्यू के दौरान शहर की गलियों में सब्जी व फल के ठेले घूमने से लोगों को राहत मिली थी। वहीं दुध, दही व अन्य आवश्यक सामग्री भी उपलब्ध होने से लोगों का बाजार की ओर रुख कम रहा।