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बाड़मेर में पहली बार सारा शहर उमड़ पड़ा

locationसूरतPublished: Sep 15, 2016 12:11:00 pm

Submitted by:

moolaram barme

बाड़मेर शहर में पहली बार आस्था को लेकर इतना बड़ा हुजूम नजर आया। सारी सड़कें गुलाल से सरोबार हो गई। उत्साह में सैकड़ों युवक युवतियां और बच्चे बुजुर्ग नाचते नजर आए। जयकारों से आसमान गूंजा दिया।  हजारों लोगों की कतार इतनी लंबी हुई कि इसे देखने के लिए लोगों की भीड़ हर गली मौहल्ले में […]

Ganpati immersion

Ganpati immersion

बाड़मेर शहर में पहली बार आस्था को लेकर इतना बड़ा हुजूम नजर आया। सारी सड़कें गुलाल से सरोबार हो गई। उत्साह में सैकड़ों युवक युवतियां और बच्चे बुजुर्ग नाचते नजर आए। जयकारों से आसमान गूंजा दिया। 
हजारों लोगों की कतार इतनी लंबी हुई कि इसे देखने के लिए लोगों की भीड़ हर गली मौहल्ले में नजर आई। अवसर था गणपति विसर्जन। शहर से 400 गणपति की मूर्तियां एक साथ गांधी चौक से रवाना हुई। मीलों लंबी कतार लग गई। यह कतार शहर के मुख्य बाजार से होते हुए आगे बढ़ी तो सारा शहर मानो एक बार थम गया। चारों तरफ गणेश ही गणेश और गणपति बप्पा मोरिया के जयकारे।
उड़ते फूल,अबीर और गुलाल के संग थिरकते लोगों का जोश अपने आप में उत्साह की चरम सीमा बता रहा था।

 रंगों से पुते हुए चेहरों पर आस्था की चमक साफ नजर आ रही थी। शहर के गांधीचौक से यह कारवां रवाना हुआ और मुख्य स्टेशन रोड़, अहिंसा सर्किल, किसान बोर्डिंग, कलेक्ट्रेट, जैसलमेर रोड,सर्किट हाऊस होते हुए जसदेर तालाब पहुंचा।
 यहां मूर्तियों का विसर्जन किया गया। जसदेर तालाब पर भी आस्था का ज्वार उमड़ पड़ा और यहां मेले सा माहौल नजर आया। गणपति विसर्जन कर भक्तों की टोलियां लौटी तो शहर में एक बार फिर आस्था का माहौल नजर आया। 

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