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ध्वजारोहण के साथ सुईंया मेले का आगाज, बम भोले के जयकारों से गूंजी चौहटन नगरी

-बम भोले के जयकारों से गूंजी चौहटन नगरी-साधु-संतों के सान्निध्य में ध्वजारोहण-मुख्य मेला 17 से, 10 लाख श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद

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With flag hoisting ,Suyayya Mela launches

With flag hoisting Suyayya Mela launches

चौहटन. श्री डूंगरपुरी मठ के सान्निध्य में मरूकुम्भ सुईंया पोषण मेले का बुधवार दोपहर 12.15 बजे ध्वजारोहण के साथ आगाज हो गया। इसी के साथ साधु-संतों का आगमन भी शुरू हो गया। इस दौरान चौहटन मठ के महंत जगदीशपुरी, बाड़मेर मठ के महंत खुशालगिरी, हमिरपुरा मठ के महंत नारायणपुरी , लीलसर मठ के महंत मोटनाथ, जालमपुरी महाराज सहित दर्जनों साधु-संतों का सान्निध्य रहा। वहीं विधायक तरूणराय कागा, एसपी डॉ.गगनदीप भूपेंद्र कुमार यादव, रूपसिंह राठौड़, प्रधान कुम्भाराम सेंवर, भाजपा मंडल अध्यक्ष हिन्दूसिंह राठौड़, युवा मोर्चा जिला उपाध्यक्ष शिवप्रतापसिंह राठौड़, मंडल महामंत्री ईशाराम दईया, देवीलाल खांगट, आदूराम मेघवाल, तहसीलदार तुलसाराम विश्नोई, बीडीओ हनुवीरसिंह विश्नोई आदि मौजूद थे। पंडित गोपाललाल दवे के मंत्रोच्चारण एवं आध्यात्मिक तरीके से ध्वज का पूजन करवाकर ध्वजारोहण करवाया गया। इस दौरान भगवान शिव एं डूंगरपुरी महाराज के जयकारों से आकाश गूंज उठा। इसी के साथ साधु-संतों का आगमन भी शुरू हो गया। श्रद्धालुओं की सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा जा रहा है।

एसपी ने लिया सुरक्षा व्यवस्था का जायजा

ध्वजारोहण के बाद एसपी सिंगला ने उप अधीक्षक सुरेंद्र कुमावत, थानाधिकारी सुरेंद्र प्रजापत सहित पुलिस अधिकारियों के साथ मेला परिसर , सुईंया व कपालेश्वर महादेव मंदिर के रास्तों एवं भीड़- भाड़ की संभावना वाले स्थानों की सुरक्षा व्यवस्थाओं का जायजा लिया।श्रद्धालुओं की सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा जा रहा है।

सुईंया मंदिर के लिए रहेगा वन-वे
सुईंया महादेव मंदिर परिसर, आने-जाने के लिए पहाड़ी मार्ग की कठिनाई एवं संभावित भीड़ के मद्देनजर सुईंया जाने वाले मार्ग को वन-वे किया गया है। एसडीएम ने बताया कि श्रीडूंगरपुरी मठ के रास्ते से सुईंया जाने वाली सीढियों के मार्ग से श्रद्धालु सुईंया मंदिर में दर्शनाथ व पवित्र जलकुण्ड तक जा सकेंगे। उनकी इस मार्ग से वापसी नही होगी। सुईंया मंदिर से वापस नीचे आने के लिए राजपूतों का बास की तरफ उतरने वाले सीढियां निर्धारित की गई है।श्रद्धालुओं की सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा जा रहा है।


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