इसके बाद इन्होंने पुलिस थाना पहुंच पुलिस को वस्तु स्थिति से अवगत करवाया। इनके निर्देश पर एजेंसी ने युवाओं को पंजीयन शुल्क लौटाया। शिविर के दौरान युवाओं से कार्य व वेतन की जानकारी देते हुए इच्छुक युवाओं से आवेदन मांगे। वहीं प्राप्त आवेदनों पर शैक्षणिक योग्यता, शरीर की लंबाई, सीने की चौड़ाई आदि मापदण्डों की जांच कर भर्ती के लिए चयनित किया। चयनित युवाओं से 250 रुपए पंजीयन शुल्क लिया।
इस दौरान कुछ युवाओं ने कंपनी अधिकारियों पर पक्षपात करने व नियम विरुद्ध पंजीयन शुल्क वसूलने को लेकर हंगामा किया। कंपनी अधिकारियों ने इनसे समझाइश की, लेकिन ये नहीं माने। नाराज युवा एकत्र होकर उपखंड कार्यालय पहुंचे। यहां उपखंड अधिकारी के नहीं मिलने पर वे पुलिस थाना पहुंचे। थानाधिकारी को सौंपे ज्ञापन में इन्होंने कंपनी पर नियम विरुद्ध पंजीयन शुल्क वसूलने का आरोप लगाया।
इस पर थानाधिकारी ने कंपनी अधिकारी से इस संबंध में बात की। पंजीयन नहीं करवाने के इच्छुक युवाओं को पंजीयन शुल्क लौटाने को कहा। इस पर इन्हें पंजीयन शुल्क लौटाया गया। इस पर युवा शांत हुए।
चयनित होने वालों से लिया शुल्क कंपनी पंजीकृत है। चयनित युवा सरकारी, अर्ध सरकारी कार्यालयों, संस्थानों, निजी संस्थाओं में सुरक्षा गार्ड के रूप में सेवाएं देते हैं। शैक्षणिक व शारीरिक रूप से असक्षम युवाओं ने विरोध किया। जिन युवाओं का चयन किया गया, उनसे ही नियमानुसार पंजीयन शुल्क वसूला गया। शेष से शुल्क नहीं लिया गया।
– महिपालसिंह ,वरिष्ठ भर्ती अधिकारी, एसआईएस
शुल्क लौटाया कुछ युवा पुलिस थाना पहुंचे थे। इन्होंने कंपनी के नियम विरुद्ध पंजीयन शुल्क व अधिक शुल्क वसूलने को लेकर आरोप लगाया। कंपनी अधिकारी से बगैर पंजीयन करवाए युवाओं को शुल्क लौटाने को कहा, इस पर शुल्क लौटाया।
-निरंजन प्रतापसिंह, थानाधिकारी बालोतरा