सदर थानाधिकारी रामनिवास ने बताया कि विष्णु कॉलोनी में 132 केवी लाइन की चपेट में आने से श्रमिक देराजराम(34) पुत्र धर्माराम निवासी सारणों का तला, तारातरा, चौहटन की मौत हो गई। पुलिस ने मृतक का शव राजकीय अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया। जहां परिजनों की सहमति होने पर पोस्टमार्टम हुआ। पुलिस ने रिपोर्ट के आधार पर जोधपुर डिस्कॉम के अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू की।
पत्रिका ने उठाया था मुद्दा
राजस्थान पत्रिका ने 1 फरवरी के अंक में बाड़मेर की सात कॉलोनियों में एक हजार परिवारों पर मौत का साया शिर्षक से समाचार प्रकाशित कर मामला उजागर किया था। पत्रिका ने बताया था कि सिणधरी रोड़ से चौहटन चौराहा जीएसएस को जोडऩे वाली 40 साल पुरानी लाइन जर्जर हो गई है। इससे कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है।
जोधपुर डिस्कॉम की गंभीर लापरवाही
आक्रोशित लोगों का कहना है कि हाईटेंशन लाइन को लेकर कई बार जिम्मेदार अधिकारियों को अवगत करवा दिया, इसके बावजूद कोई समाधान नहीं हुआ। लोगों का आरोप है कि जोधपुर डिस्कॉम की गंभीर लापरवाही से हादसें हो रहे है, इसके बावजूद कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
– लाइन हटाने के लिए वहन करना होगा शुल्क
विद्युत लाइन हटाने के लिए पचास फीसदी शुल्क उपभोक्ता को जमा करवाना होगा। लाइन के नीचे लोगों ने घर बना दिए, इसलिए हादसें हो रहे है। नि:शुल्क लाइन हटाने का डिस्कॉम एक्ट में कोई प्रावधान नहीं है। – अजय माथुर, अधीक्षण अभियंता, जोधपुर डिस्कॉम, बाड़मेर
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