भाजपा सरकार ने वर्ष 2018-19 में बजट सत्र में यूथ आइकॉन योजना लागू करते हुए युवाओं को प्रोत्साहित करने का निर्णय लिया था। लेकिन योजना को धरातल पर लागू करना व युवाओं को लाभ दिलाना भूल गए।
अब यह योजना महज कागजी बनी हुई है। योजना में कला-संस्कृति, विकास गतिविधियों, समाज सेवा के क्षेत्र, खेल, उद्यमिता, अनुसंधान, नवाचार, नेतृत्व, लोक कला, साहित्य, सामुदायिक सेवा, विज्ञान व प्रौद्योगिक सहित मीडिया क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले युवाओं को लाभ मिलना था।
योजना में चयनित अभ्यर्थी को युवा प्रेरणा पुरस्कार दिया जाना था। इसमें चयनित युवा को 2 लाख रुपए का अवार्ड देने का भी प्रावधान था। विधानसभा में उठा मुद्दा विधानसभा सत्र-2 जुलाई-2019 में सिवाना विधायक हमीरसिंह ने प्रश्र किया कि यूथ आइकॉन स्कीम की क्या स्थिति है? जबाव में कहा कि यह योजना वर्ष 2018-19 में लागू की गई थी। सरकार ने योजना में कोई बजट स्वीकृत नहीं किया गया है। ऐसी स्थिति में युवाओं को लाभ नहीं मिला है।
– कई योजनाएं बंद कर दी, युवाओं के साथ धोखा सरकार ने पूर्व की भाजपा सरकार की कई योजनाएं बंद कर दी है, यह गलत है। यूथ आइकॉन स्कीम को लेकर विधानसभा में प्रश्र उठाया था। योजना युवाओं से जुड़ी थी। लाभ मिलता तो युवा प्रोत्साहित होते हैं। यह कांग्रेस सरकार की कारगुजारी है।
– हमीरसिंह भायल, विधायक सिवाना।