बड़वानीPublished: Apr 10, 2023 08:46:29 pm
Subodh Tripathi
कोई बुराई न करना, कोई बुराई करे तो उसके साथ भलाई करना। किसी के प्रति हसद (जलन) मत रखना। कोई तुम्हारे साथ लाख बुरा करें तुम उसके लिए अच्छा ही करना।
बड़वानी. कोई बुराई न करना, कोई बुराई करे तो उसके साथ भलाई करना। किसी के प्रति हसद (जलन) मत रखना। कोई तुम्हारे साथ लाख बुरा करें तुम उसके लिए अच्छा ही करना। आज मौला अली की शहादत के दिन आंसू बहाकर और या अली या अली कह कर मातम कर लें। रमजान की उन्नीसवी वीं तारीख अली मुश्कीलकुशा की शहादत के दिन बोहरा समाज के 53 वें धर्मगुरु डॉक्टर सैयदना आलीकदर मुफद्दल मौला ने रिकार्डेड वाअज के प्रसारण में कहे। आलीकदर मौला ने अली मुश्किलकुशा का विस्तृत बयान करते हुए कहा कि रमजान माह मे मौला अली फुफा शहर के तमाम लोगों को भोजन करवाते। आपके दोनों शहजादे इमाम हसन और इमाम हुसैन स्वयं सभी को अपने हाथों से भोजन की परोसगारी करते। सैयदना आलीकदर मुफद्दल मौला ने सय्यदी फखरुद्दीन शहीद मौला का जिक्र करते हुए कहा कि जो भी नीयत कर यहां ज्यारत के लिए आते है, बाबजी मौला उनकी हर उम्मीद पुरी करते हैं।