करीब दस पुलिसकर्मी सेंधवा पहुंचे
जानकारी के अनुसार गुजरात के अहमदाबाद से क्राइम ब्रांच की टीम लूट के एक मामले में आरोपी ईरानी कॉलोनी निवासी अजमद ईरानी को पकडऩे आई। क्राइम ब्रांच के वीआर मल्होत्रा के नेतृत्व में करीब दस पुलिसकर्मी सेंधवा पहुंचे। मंगलवार को शाम करीब 4 बजे गुजरात पुलिस को जब पता चला कि आरोपी अजमद का कोई रिश्तेदार शहर के पुराने एबी रोड स्थित आनंदम अस्पताल में भर्ती है और अमजद भी वहीं पर है तो पुलिस वहां पहुंच गई। पुलिस ने आरोपी को अस्पताल में ही पकडऩे की कोशिश की।
सादी वर्दी में देख भड़की महिलाएं
इधर सादी वर्दी में पहुंची पुलिस की कार्रवाई से अस्पताल में मौजूद ईरानी समाज की महिलाओं ने अजमद को छुड़ाने के लिए पुलिसकर्मियों पर धावा बोल दिया। पहले झुमाझटकी हुई और नौबत मारपीट तक पहुंच गई। खुद को बचाने के लिए पुलिस ने एक राउंड हवाई फायर कर दिया। इस दौरान अमजद मौके से फरार हो चुका था।
फैली सनसनी
गोली चलने से अस्पताल और आसपास के क्षेत्र में दहशत का माहौल हो गया। लोग इधर उधर भागने लगे। गोली चलने की बात पूरे नगर में फैल गई जिससे सनसनी फैल गई। कुछ देर के लिए अस्पताल के सामने जाम की स्थिति बन गई थी।
नकली पुलिस बन कर आभूषण ठगने का है आरोपी
बताया जाता है कि आरोपी अजमद ईरानी अहमदाबाद में नकली पुलिस बनकर महिलाओं से आभूषण ठगने का आरोपी है। अमजद ईरानी, गुजरात के अंबाबाड़ी क्षेत्र निवासी तृप्ति बेन पति दीपक के सोने के कंगन और अन्य ज्वैलरी उतरवाने का भी आरोपी है। इसी मामले में क्राइम ब्रांच की टीम उसे गिरफ्तार करने सेंधवा पहुंची थी।
ईरानी महिलाओं ने भी दी शिकायत
शाम को करीब साढ़े पांच बजे ईरानी कॉलोनी की करीब 30 महिलाएं शहरी थाने पर पहुंची। इन महिलाओं ने शिकायत देकर आरोप लगाया कि कुछ अज्ञात लोगों ने अस्पताल परिसर में मारपीट की और गोली चलाई। फिर कहा कुछ लोग पुलिसकर्मी बन कर आए और उनके बाल खिंच कर मारपीट शुरू कर दी। कुछ महिलाओं को चोट आई हैं पुलिस ने महिलाओं का मेडिकल कराने भेज दिया।
शहरी थाना पुलिस ने जताई नाराजगी
क्राइम ब्रांच टीम के अधिकारियों और शहरी थाना पुलिस के बीच भी नोंकझोंक हुई। थाना प्रभारी ने इस बात पर नाराजगी जताई कि शहर कार्रवाई बगैर सूचना के कार्रवाई कैसे की? टीआई जेसी पाटीदार का कहना था कि सेंधवा संवेदनशील क्षेत्र हैं। यहां कार्रवाई करने से पहले स्थानीय पुलिस को सूचना देना चाहिए थी। टीआई ने कहा कि यदि गोली किसी आम व्यक्ति को लग जाती तो इसका जिम्मेदार कौन होता? इस पर गुजरात पुलिस के अधिकारी ने टीआई के साथ बहस की और कार्रवाई को अधिकार बताया और कहा कि यदि वह आरोपी को पकडऩे नहीं जाते तो वह फरार हो जाता।
पहले भी महाराष्ट्र पुलिस कर चुकी है कार्रवाई
गौरतलब है कि इससे पहले भी महाराष्ट्र की पुलिस ईरानी कॉलोनी और शहर के कई क्षेत्रों में स्थानीय पुलिस को बताए बगैर कार्रवाई कर चुकी है। महाराष्ट्र पुलिस की टीम पर भी एक बार हमला हो चुका है और उनकी कार के शीशे टूटे थे।