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बेकसूर को उठाया, रिश्वत ली और जमकर पीटा, पहुंचा दिया अस्पताल

locationबड़वानीPublished: Mar 31, 2019 11:02:51 am

राजपुर पुलिस पर लगा प्रताडऩा का आरोप, पुलिस ने बताया निराधार, भाजपा ने लगाया पुलिस पर गृहमंत्री के दबाव में काम करने का आरोप

BJP charged by police

BJP charged by police

खबर लेखन : मनीष अरोरा
ऑनलाइन खबर : विशाल यादव
बड़वानी. जिले के राजपुर थाने में एक युवक के परिजनों ने पुलिस पर रुपए लेने और उसके साथ मारपीट करने के आरोप लगाए हैं। घायल युवक को इलाज के लिए जिला अस्पताल में लाया गया। जहां उसका उपचार चल रहा है। वहीं पुलिस इस पूरे मामले में लगे आरोपों को निराधार बता रही है। पुलिस का कहना है कि युवक को अवैध शराब के केस में पकड़ा था। छोडऩे के बाद वह थाने के बाहर गश खाकर गिर गया, जिसमें उसे चोट आई। इस पूरे मामले के बाद यहां की राजनीति भी गरमा गई है।
भाजपा पदाधिकारी इसे पुलिस की बर्बरता बताते हुए आदिवासियों पर अत्याचार करार दे रहे हैं। वहीं गृहमंत्री के गृह नगर में हुए इस मामले को लेकर भाजपा नेता कई सवाल खड़े कर रहे हैं। जानकारी अनुसार राजपुर में ग्राम बिलवानी निवासी कमल से मारपीट करने और रिश्वत के तौर पर 15 हजार रुपए लेने का संगीन आरोप उसके परिजनों ने लगाया। कमल के पिता अभयसिंह का कहना है पुलिस उनके घर आई थी। यहां शराब नहीं मिली फिर भी उसके पुत्र से मारपीट की और उसे बैठाकर थाने ले गए। थाने में पुलिस ने कमल के साथ मारपीट की और छोडऩे की एवज में 15 हजार रुपए लिए।
गरमाई राजनीति, गृहमंत्री पर साधा निशाना
मामले की जानकारी जब भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष ओम सोनी ने कहा कि गृहमंत्री के गांव में ही पुलिस आदिवासियों पर अत्याचार कर रही है। उन्होंने कहा कि पुलिस कमल को 28 मार्च को उठा के लाई और उसके साथ मारपीट की गई। उन्होंने कहा कि रुपए लेने के बाद युवक को छोड़ा तो वह थाने के बाहर आकर गिर गया। बर्बरता पूर्वक युवक के साथ मारपीट की गई है। प्रदेश के गृहमंत्री के नगर में गृहमंत्री के सिंगल आदेश पर राजपुर थाना प्रभारी को स्थानांतरित कर यहां आए हैं। हमनें चुनाव आयोग से भी शिकायत की है। ये भाजपा के कार्यकर्ताओं पर झूठे प्रकरण दर्ज कर रहे हैं। थाना प्रभारी और अन्य पुलिसकर्मियों ने आदिवासी युवक के साथ मारपीट की है। हम मांग करते हैं कि इस मामले में संलिप्त पुलिसकर्मियों को निलंबित किया जाए और आदिवासी को न्याय दिलया जाए। ओम सोनी ने कहा कि आचार संहिता का खुलेेआम उल्लंघन किया जा रहा है। उन्होंने टीआई को हटाने की मांग भी की है।
युवक और उसके परिजनों पर दर्ज हैं प्रकरण
इस पूरे मामले को लेकर राजपुर थाना प्रभारी अनिल बामनिया का कहना है कि कमल को अवैध शराब के केस में गिरफ्तार किया था। उसके पास से 10 लीटर अवैध शराब भी जब्त की गई है। जमानती जुर्म होने से युवक को उसके पिता की जमानत पर छोड़ा गया है। युवक के साथ कोई मारपीट की गई है। जब उसे छोड़ा तो वह बाहर जाकर गिर गया, जिसमें उसे चोट आई है। चोट लगने के बाद उसे अस्पताल भी पहुंचाया गया था। रुपए लेने और मारपीट के जो आरोप हैं, वो निराधार है। युवक पर पूर्व में भी दो मामले दर्ज हैं। उसके पिता और भाई पर भी मामले दर्ज हैं। रुपए लेने व मारपीट करने का आरोप गलत है। इस मामले को जो हवा दे रहा है और भड़का रहा है, वो हमारे थाने का लिस्टेड गुंडा है। आपराधिक किस्म का व्यक्ति है। जो अवैध धंधों को संरक्षण देता है। उसके खिलाफ भी हम एक्शन लेंगे।
वर्जन…
मारपीट नहीं हुई है, रुपए लेने की बात भी नहीं है। थाने में फुटेज रखे हुए हैं। युवक शराब पीने का आदि है। उसे बेल पर छोड़ा गया है। वह बाहर जाकर गिर गया है। मारपीट जैसी कोई बात होती तो क्या हम एक्शन नहीं लेते। सबकुछ क्लीयर है। ऐसा कुछ है तो मामले को देख लेंगे।
यांगचेन डोलकर भुटिया, पुलिस अधीक्षक बड़वानी

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