बड़वानीPublished: Feb 01, 2019 10:30:28 am
मनीष अरोड़ा
भाजपा मंडल अध्यक्ष की हत्या का खुलासा, सात आरोपित गिरफ्तार, भाजपा प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य और सचिव पुत्र ने रची थी साजिश, एक माह पहले ही बना चुके थे हत्या की रणनीति, 5 लाख देकर कराई हत्या
BJP divisional president manoj thakare reveals murder
खबर लेखन : मनीष अरोरा
ऑनलाइन खबर : विशाल यादव
सेंधवा/बड़वानी. बलवाड़ी भाजपा मंडल अध्यक्ष मनोज ठाकरे की हत्या का खुलासा गुरुवार को पुलिस ने कर दिया है। इस हाइप्रोफाइल हत्याकांड में भाजपा के ही वरिष्ठ कार्यकर्ता और उसके पुत्र ने 5 लाख की सुपारी देकर अंजाम दिलवाया था। ठाकरे की हत्या के लिए हत्यारे घात लगाकर बैठे थे और उनके आते ही कुल्हाड़ी से वार कर पत्थरों से सिर कुचलकर हत्या कर दी थी। पुलिस ने इस मामले में पूर्व जनपद उपाध्यक्ष व भाजपा प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य ताराचंद राठौर सहित उसके पुत्र और पांच अन्य को गिरफ्तार किया है।
ग्राम बलवाड़ी में 20 जनवरी को हुई भाजपा मंडल अध्यक्ष मनोज ठाकरे हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा करते हुए पुलिस अधीक्षक यांगचेन डी भूटिया ने बताया कि अभी तक कुल पकड़े गए आरोपितों की संख्या 7 है। मुख्य आरोपितों में भाजपा के प्रभावशाली एवं पूर्व जनपद उपाध्यक्ष सेंधवा तथा वर्तमान में भाजपा के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य ताराचंद राठौर, उनका लड़का एवं ग्राम पंचायत खोखरी का पंचायत सचिव दिग्विजय सिंह राठौर, झगरिया, नानू, अनिल, कालू, दिलीप के नाम आरोपितों की सूची में शामिल है। पुलिस ने इस प्रकरण में 7 आरोपितों को गिरफ्तार किया है। जबकि 3 आरोपी रवि, दवलिया और रेमू अभी फरार है।
ठाकरे की रेकी कर दिया घटना को अंजाम
एसपी ने बताया कि एसआईटी द्वारा जांच में ये पाया गया कि मनोज ठाकरे पिछले 10 वर्षों से क्षेत्र में भाजपा के सक्रिय नेता थे। पिछले कई वर्षों से मंडल अध्यक्ष के रूप में कार्य कर रहे थे। जिनकी लोकप्रियता बढऩे के कारण छोटे बड़े सभी कार्य कराने के लिए कई ग्रामीणों मनोज ठाकरे के पास आते थे। ताराचंद राठौड़ और उनका लड़का विजय, मनोज ठाकरे से रंजिश रखने लगे थे और मनोज को अपने रास्ते से हटाना चाहते है। इसी के चलते ताराचंद ने हत्याकांड की साजिश रची। मामले में पुलिस ने बताया कि करीब 1 माह पहले ताराचंद ने अपने माहाराष्ट्र के चोपड़ा तहसील निवासी अपने खास व्यक्ति झगडिय़ा पिता पुरमिया को बुलाया। उन्होंने हत्या का षड्यंत्र रचा। झगडिय़ा ने मुंडिया और मोमदिया महारेल के बदमाश अनिल और जीतू डावर को बुला लिया। सभी ने नानू बंजारा के साथ नानू के घर पर मनोज ठाकरे की हत्या का षड्यंत्र रचा। 14 जनवरी को भाजपा नेता ताराचंद के बेटे आरोपितों से कहा कि जो काम पापा ने कहा है उसे जल्दी करो तो पैसा मिल जाएगा।
5 लाख बांटे, पार्टी की
19 जनवरी को योजनानुसार अनिल डावर निवासी महरेल अपने साथी दिलीप पिता हमरा, दवलिया पिता नांसिया, रेमु और रवि निवासी बोर पड़वा को लेकर धवली ले आया। इसके बाद सभी आरोपी अडऩदी पर मिले और हत्याकांड की प्लानिंग की गई। एसपी भूटिया ने बताया कि मुख्य आरोपी ताराचंद राठौड़ ने सभी आरोपितों को 5 लाख रुपए देने की बात कही और रविवार को ही मनोज ठाकरे की हत्या करना तय हुआ। इसके बाद सभी आरोपी ईंट भट्टा क्षेत्र में रुके। सभी आरोपी रविवार तड़के 3 बजे बलवाड़ी पहुंच गए। पूर्व योजना के अनुसार बस स्टैंड पर झगडिय़ा, नानू और अनिल तीनों मनोज ठाकरे के घर से निकल कर घूमते जाने का इंतजार करने लगे। जैसे ही मनोज अपने घर से निकले तीनों आरोपी उनके पीछे हो लिए। इस दौरान आरोपी अनिल एक पेड़ के पीछे छुप गया और झगडिय़ा और नानू घटना स्थल के सामने मकान की आड़ में छुप गए।
हमले से बचने की कोशिश भी की थी
घटनास्थल के आगे पेट्रोल पंप पर पहुंचे दिलीप, कालू, रेनू, रवि और दवलिया में से कालू ने सभी को बताया कि सामने से आ रहा व्यक्ति मनोज ठाकरे है। जिसकी हत्या करनी है। जैसे ही आरोपितों ने मनोज ठाकरे पर हमला करने की कोशिश की ठाकरे भागे, लेकिन आरोपितों ने पहले उन्हें पीछे से सिर पर कुल्हाड़ी मारी फिर पत्थरों से और कुल्हाड़ी से चेहरे वालों सिर पर कई बार किए। इससे उनकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई। सभी आरोपी फरार हो गए। पुलिस ने सभी आरोपितों के पास से सुपारी की रकम बरामद की है। पुलिस ने सभी आरोपितों को गिरफ्तार कर कड़ाई से पूछताछ की, तो सभी ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। आरोपितों से नकदी 1 लाख रुपए दो बाइक, घटना में उपयोग कुल्हाड़ी आदि जब्त कर लिए है। अभी भी मामले में 3 आरोपी फरार है। इनकी तलाश की जा रही है।
सीसीटीवी फुटेज बना मुख्य आधार
जब पूर्व योजना के अनुसार बस स्टैंड पर झगडिय़ा, नानू और अनिल तीनों मनोज ठाकरे के घर से निकल कर घूमते जाने का इंतजार करने लगे, तब तीनों आरोपी कई बार मनोज के घर के समीप सहित ने स्थानों पर लगे सीसीटीवी में कैद हो गए। पुलिस जांच में ये फुटेज महत्वपूर्ण साबित हुए। चंूकि हत्या के दौरान किसी भी आरोपी ने मोबाइल फोन का उपयोग नहीं किया। इसलिए कोई सुराग नहीं मिल रहा था। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज सहित घटनास्थल की बारीकी से जांच की, तब आरोपितों का पता चला।
ताराचंद राठौड़ ने खुद को बताया निर्दोष, कांग्रेस जिंदाबाद के नारे लगाए
प्रेस कांफ्रेंस के दौरान मुख्य आरोपी ताराचंद राठौड़ ने एसपी के सामने कांग्रेस पर झूठा फंसाने का आरोप लगाते कांग्रेस जिंदाबाद के नारे लगाए। एडिशनल एसपी ने पुलिस कर्मियों से ताराचंद्र राठौड़ को मीडिया से दूर ले जाने के निर्देश दिए। पुलिस ने मामले में किसी भी तरह की राजनीतिक मर्डर या साजिश पर कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया। ताराचंद राठौर के भांजे शिरपुर निवासी ओमकार आभा जाधव ने ग्रामीण थाने पर मीडिया को बताया कि मामा तारचंद को राजनीतिक साजिश में फंसाया जा रहा है, जो भाजपा और कांग्रेस दोनों कर सकती है। ओमकार ने बताया कि भाजपा की क्षेत्र में हार के चलते उन्हें षड्यंत्र में फंसाया गया है। प्रेस कांफ्रेंस में कई भाजपा नेता और कार्यकर्ता भी पहुंचे। हालांकि उन्होंने पुलिस और मीडिया से दूी बनाकर रखी।
हत्या के बाद प्रदर्शनों में भी हुआ शामिल
हत्याकांड के बाद मुख्य आरोपी तारचंद राठौर शव के पास करीब दो घंटे तक रहा। कई अवसरों पर उसने मनोज के हत्यारों को पकडऩे की मांग की। जब अन्य भाजपाई विरोध करते हुए सड़क पर बैठ गए तो उस दौरान राठौर ठाकरे के शव के करीब बैठा रहा। एसपी द्वारा घटना स्थल के निरीक्षण के समय भी तारांचद राठौर पुलिस टीम के पीछे साए की तरह रहा। जब मनोज के जीजा ने एसपी से चर्चा कर कातिलों का पता लगाने की गुहार लगाई तो उस दौरान ताराचंद की पुलिस अधिकारियों से बहस भी हुई। पुलिस ने बताया कि जांच के दौरान कई साक्ष्यों में ताराचंद के हत्याकांड में शामिल होने की बात सामने आई है। वहीं ताराचंद के लड़के दिग्विजय और मनोज ठाकरे के बीच विधानसभा चुनाव के पहले हुए विवाद का ऑडियो टेप भी पुलिस जांच का मुख्य आधार बना।