बड़वानीPublished: Jul 29, 2019 10:31:21 am
मनीष अरोड़ा
प्रदेश सरकार ने बजट में कहा था होगी नए प्रकल्प में शुरू, कोई कार्रवाई नहीं हुई, किसान ने की 11 क्विंटल गेहूं देने की घोषणा, बच्चों ने कराया रसोई में भोजन
deendayal rasoi kendra barwani
बड़वानी. प्रदेश में भाजपा की सरकार बदलने के बाद कई योजनाओं में भी बदलाव हुआ है। भाजपा सरकार द्वारा गरीबों को पांच रुपए में भरपेट भोजन की व्यवस्था के लिए दीनदयाल रसोई का संचालन आरंभ किया गया था। जनसहयोग से चलने वाली इस योजना में प्रशासन द्वारा अनाज उपलब्ध कराया जाता था। पिछले दो माह से दीनदयाल रसोई के लिए राशन का अलाटमेंट नहीं आया है। बड़वानी में जनसहयोग के सहारे दीनदयाल रसोई का संचालन निर्विघ्न रूप से हो रहा है।
दीनदयाल रसोई को लेकर प्रदेश सरकार के बजट में बदलाव के प्रावधान किए गए है। कांग्रेस सरकार ने इसे नए प्रकल्प के रूप में शुरू करने की बात कही थी। बजट सत्र को दो माह बीत जाने के बाद भी अब तक इस ओर कोई प्रयास नहीं हुए है। दीनदयाल रसोई को मिलने वाला सरकारी राशन भी दो माह से नहीं मिला है। आसपास के कई जिलों में दीनदयाल रसोई पर ताले लग चुके हैं, लेकिन बड़वानी में जनसहयोग से इसे अभी भी संचालित किया जा रहा है। रसोई के सेवादार अजीत जैन ने इसका जिम्मा उठाया है, जो विभिन्न सामाजिक, धार्मिक संगठनों और समाज के लोगों से विशेष अवसरों पर दान करवा रहे है।
स्कूली बच्चों ने की परोसगारी
रविवार को शहर के वैष्णवी एनिमेंट स्कूल के बच्चों ने दीनदयाल रसोई पहुंचकर परोसगारी की। स्कूल के प्राचार्य दिनेश शर्मा और स्टाफ द्वारा आपसी सहयोग से 3100 रुपए रसोई में भोजन के लिए दिए गए। प्राचार्य ने बताया कि बच्चों में सेवा भावना को बढ़ावा देने के लिए रसोई में भोजन परोसा गया है। वहीं, रेहगुन निवासी किसान अखिलेश पिता बाबूलाल सिर्वी ने 11 क्विंटल गेहूं रसोई को देने की घोषणा की है। किसान ने ये कदम अधिवक्ता ऋषभ जैन की प्रेरणा से उठाया है। उल्लेखनीय है कि रसोई का राशन बंद होने से यहां पांच रुपए की जगह 10 रुपए में भोजन कराया जा रहा था। सेवादार अजीत जैन ने बताया कि 11 क्विंटल गेहूं मिलने से वापस पांच रुपए में भोजन कराया जाएगा।