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बारिश से कपास, मक्का, केला और गन्ने की फसल ज्यादा प्रभावित

locationबड़वानीPublished: Sep 24, 2020 11:23:46 am

Submitted by:

tarunendra chauhan

बारिश किसानों की मेहनत पर फेर रही पानी

damage cotton crop

damage cotton crop

बड़वानी. जिले में अब तक तो किसानों की फसलों की स्थिति बहुत अच्छी रही, लेकिन पिछले छह दिनों से लगातार हो रही बारिश सेे किसानों की फसलों को बहुत नुकसान हुआ है। जिले में केला, गन्ना, कपास, मक्का व अन्य फसलें लगातार हो रही बारिश से खासी प्रभावित हुई हैं। इससे किसानों की ङ्क्षचताए बढ़ गई है। इधर लगातार हो रही बारिश के बाद भी नर्मदा का जलस्तर कम हो रहा है। बुधवार को राजघाट में नर्मदा का जलस्तर कम होकर 136 .300 मीटर पर पहुंच गया है।

पिछले 24 घण्टों में जिले के वरला में सबसे ज्यादा 34 मिलीमीटर वर्षा दर्ज हुई है। इस दौरान जिले में औसत रूप से 19.8 मिलीमीटर वर्षा हुई है। विगत 24 घंटे के दौरान जिले के 10 वर्षामापी केन्द्रों में से बड़वानी में 23.3 मिलीमीटर, पाटी में 10 मिलीमीटर, अंजड़ में 25.2 मिलीमीटर, ठीकरी में 22 मिलीमीटर, राजपुर में 10 मिलीमीटर, सेंधवा में 15 मिलीमीटर, चाचरियापाटी में 7 मिलीमीटर, वरला में 34 मिलीमीटर, पानसेमल में 29मिलीमीटर, निवाली में 22 मिलीमीटर वर्षा हुई है। भू-अभिलेख कार्यालय से प्राप्त जानकारी अनुसार अभी तक बड़वानी में 76 0 मिलीमीटर, पाटी में 742.5 मिलीमीटर, अंजड़ में 440.2 मिलीमीटर, ठीकरी में 6 47.2 मिलीमीटर, राजपुर 733 मिलीमीटर, सेंधवा 974 मिलीमीटर, चाचरियापाटी में 921 मिलीमीटर, वरला में 742.3 मिलीमीटर, पानसेमल में 116 9 मिलीमीटर तथा निवाली में 974 मिलीमीटर वर्षा हो चुकी है। जबकि गत वर्ष आज के ही दिनांक तक बड़वानी में 911.4 मिलीमीटर, पाटी में 108 8 मिलीमीटर, अंजड़ में 0.0 मिलीमीटर, ठीकरी में 106 6 मिलीमीटर, राजपुर में 8 95 मिलीमीटर, सेंधवा में 1137.1 मिलीमीटर, चाचरियापाटी में 1224 मिलीमीटर, वरला में 1093.9 मिलीमीटर, पानसेमल में 1332.3 मिलीमीटर एवं निवाली में 1216 मिलीमीटर वर्षा दर्ज हुई थी।

पिछले साल बारिश में बिजली गिरने और बाढ़ के कारण हुई थी 19 लोगों की मौत
पिछले साल की तुलना में इस साल बारिश में जिले में ज्यादा नुकसान नहीं हुआ है। इस साल बारिश के दौरान जिले में सिर्फ 3 मकान पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हुए हैं। वहीं गंभीर क्षतिग्रस्त 8 और आंशिक रूप से 6 8 मकानों को नुकसान पहुंचा है। वहीं बारिश के दौरान जिले में 10 झोपड़े और 7 पशुघर ढहे हैं। वहीं बारिश के कारण जिले में एक व्यक्ति की मौत हुई है। पिछले साल की तुलना में देखा जाए तो इस वर्ष जिले में नुकसानी का आंकड़ा बहुत कम है। वहीं अब जिले में लगातार बारिश के बाद जो नुकसानी हुई है, उसका सर्वे राजस्व विभाग द्वारा अब किया जाएगा। विगत वर्ष हुए नुकसानी के आंकड़ें देखे तो बारिश के दौरान बहने और बिजली गिरने से जिले में 19 लोगों की मौत हुई थी। वहीं 24 मवेशी भी मरे थे। बारिश के दौरान जिलेभर 946 मकान ढह गए थे। वहीं बारिश में जिन किसानों की फसलें प्रभावित हुई थी, उनकी संख्या 2782 रही थी। जनहानि, पशुहानि, मकानों के ढहने और फसलों के नुकसान होने के बाद इन्हें भू अभिलेख कार्यालय से करोड़ों रुपए की राहतराशि जिले में वितरित की गई थी।

बारिश थमते ही शुरू होगा सर्वे
इस साल हुई बारिश के दौरान जो नुकसान हुआ है, उसका 5 सितंबर तक का सर्वे हो गया है। अब जो नुकसान हो रहा है, उसका सर्वे बारिश के थमते ही शुरू कर दिया जाएगा।
मुकेश मालवीया, अधीक्षक भू अभिलेख कार्यालय बड़वानी

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