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बड़वानी जेल में मौत, पिता ने शव रख खरगोन कलेक्टोरेट में किया प्रदर्शन

locationबड़वानीPublished: May 21, 2019 12:16:44 pm

केंद्रीय जेल में सजायाफ्ता कैदी की मौत, पिता ने लगाया आरोप, बीमार था फिर भी नहीं दी परिवार को सूचना, जेल प्रशासन का कहना बीमार नहीं था, अटैक आने हुई मौत, मजिस्ट्रेट की निगरानी में डॉक्टर्स के पैनल ने किया पोस्टमार्टम

death in central jail

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बड़वानी. केंद्रीय जेल में हत्या के जुर्म में 14 साल की सजा काट रहे एक कैदी की रविवार रात मौत हो गई। कैदी अफजल पिता तस्लमी पठान (35) निवासी घुघरियाखेड़ी खरगोन की रविवार रात अचानक तबियत बिगड़ी थी। जेल के डॉक्टर ने उसका इलाज भी किया था और जिला अस्पताल रेफर किया था। अस्पताल ले जाते समय उसकी मौत हो गई। सोमवार को बड़वानी पहुंचे मृतक के पिता ने जेल प्रशासन पर लापरवाही बरतने के आरोप लगाए। मामले में मजिस्ट्रेट की निगरानी में डॉक्टरों की पैनल द्वारा पोस्टमार्टम कराया गया। कैदी के मौत का कारण पीएम रिपोर्ट आने के बाद स्पष्ट हो पाएगा।
घुघरियाखेड़ी निवासी अफजल को हत्या के आरोप में सजा के बाद वर्ष 2014 में केंद्रीय जेल लाया गया था। तब से वो केंद्रीय जेल में ही बंद था। इन दिनों रमजान के चलते वह रोजे रख रहा था। रविवार रात्रि 8 बजे उसकी तबियत बिगड़ी। उल्टी व सीने में दर्द की शिकायत पर चिकित्सक को बुलाया, लेकिन गंभीर स्थिति होने पर जिला अस्पताल ले गए। जहां रात्रि करीब 9.45 बजे उसकी मौत हो गई। डॉक्टर का कहना है कि उसे हार्ट अटैक आया था। घटना की जानकारी मिलने पर सोमवार सुबह मृतक के परिजन शहर पहुंचे। अस्पताल में बेटे का शव देखकर विलाप करते हुए पिता तस्लीम पठान ने जेल प्रशासन पर लापरवाही के आरोप लगाए। तस्लीम पठान का कहना था कि रात 2 बजे उन्हें गोगांवा पुलिस ने सूचना दी थी कि तुम्हारे बेटे की तबियत खराब है, बड़वानी अस्पताल में भर्ती है। जब सुबह आए तो पता चला कि रात में ही उसकी मौत हो गई थी। जब वो पहले से बीमार था तो उन्हें पहले ही क्यो नहीं सूचना दी गई। दोपहर करीब 2 बजे न्यायिक मजिस्ट्रेट रश्मि मंडलोई की मौजूदगी में पंचनामा बनाकर जेल प्रशासन व परिजनों के बयान दर्ज किए गए। पोस्टमार्टम बाद शव परिजनों को सौंपा गया।
जेल में करता था मिस्त्री का काम
सूत्रों के मुताबिक अफजल मजदूरी का काम करता था और जेल में रहते हुए उसने मिस्त्री का काम सीखा था। जेल में वो मिस्त्री का ही काम करता था। अफजल की पत्नी शबाना ने बताया कि उनके दो बेटे है। करीब एक माह पूर्व जब वे मिलने आई थी तो कोई बीमारी उन्होंने नहीं बताई थी। हर बार रमजान में वे पूरे रोजे रखते थे। अचानक उनकी मौत कैसे हो सकती है। अफजल के पिता तस्लीम ने भी जेल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाया।
अचानक हुआ था सीने में दर्द
अफजल पूरी तरह से स्वस्थ्य था, उसे कोई बीमारी नहीं थी। उसे रात 8 बजे अचानक सीने में दर्द हुआ था। डॉक्टर ने एसीडिटी की शिकायत के चलते दवाई भी दी थी। तबियत बिगडऩे पर उसे अस्पताल भेजा, रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। मौत का कारण पीएम रिपोर्ट के बाद ही सामने आ पाएगा।
-डीएस अलावा, जेल अधीक्षक, केंद्रीय जेल

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