बड़वानीPublished: Jan 25, 2019 10:46:38 am
मनीष अरोड़ा
कसरावद पुल से लगातार हो रही मौतों के बाद जाली लगाने की मांग हुई तेज, मुख्यमंत्री के नाम पांच हजार लोगों के हस्ताक्षरयुक्त ज्ञापन एसडीएम को सौंपा
Demand for fishermen on Kasrawad bridge
ONLINE NEWS : VISHAL YADAV
बड़वानी। नर्मदा पर बने कसरावद पुल से साल दर साल कूद कर जान देनेे की घटनाओं के बढऩे के बाद अब सामाजिक व राजनीतिक आगे आए हैं। पुल पर जाली लगाने की मांग को लेकर विभिन्न सामाजिक और राजनीतिक संगठनों के पदाधिकारियों ने गुरुवार को शहर में बाईक रैली निकाली और पुल पर जाली लगाने की मांग की। इसके बाद ये सभी कलेक्टोरेट पहुंचे और मुख्यमंत्री के नाम पांच हजार हस्ताक्षरयुक्त ज्ञापन एसडीएम को सौंपा। इन लोगों ने यहां जमकर नारेबाजी भी की। ज्ञापन सौंपते समय कसरावद पुल सुसाइड पाइंट बनते जा रहा है। पिछले पांच सालों में यहां से 60 लोगों ने कूदकर अपनी जानें दी हैं। सामाजिक, धार्मिक संगठन, नर्मदा भक्तों और राजनीतिक संगठनों ने कई बार यहां जाली लगाने के लिए आवेदन दिए हैं। यहां बताया कि उज्जैन और ओंकारेश्वर में पुलों पर जालियां लगी हुई है। यहां सरदार सरोवर के बैक वाटर के कारण पानी भी बहुत रहता है। यहां जाली लगाई जाना बहुत आवश्यक है। इससे यहां हो रही मौतों को रोका जा सके।
ज्ञापन सौंपते समय ये थे उपस्थित
भाजपा जिलाध्यक्ष ओम खंडेलवाल, अजा मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष गजेंद्र पटेल, विधायक प्रेमसिंह पटेल, राजेश पंडित, अंजना पटेल, कोकिला पटेल, अजीत कौर सलूजा, कैलाश आवासिया, शुभम पांडे, विक्रम चौहान, संजय चौहान, बंटी पुरोहित, सामाजिक संगठनों से मां नर्मदा आदिवासी समाज सेवा संगठन के संजय गुप्ता, राजपाल भार्गव, चैनसिंह सस्ते, भारत आवास्या, मंदाबाई राजेंद्र आवास्या, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, मां रेवा गु्रप, दत्त मंदिर आरती समिति, कसरावद भक्त मंडल, वैश्य महिला मोर्चा के सदस्य व अन्य उपस्थित थे।