बड़वानीPublished: Dec 02, 2018 10:39:11 am
मनीष अरोड़ा
गुस्साए अध्यापक और स्टाफ पहुंचा सहायक आयुक्त से शिकायत करने, मामला मॉडल स्कूल का, नियमानुसार नहीं रह सकते अन्य अधिकारी, साल भर पहले स्थानातंरित तहसीलदार का भी अवैध कब्जा नहीं करा पाए खाली
Deputy Collector collects illegal occupation at teacher’s residence
खबर लेखन : मनीष अरोरा
ऑनलाइन : विशाल यादव
बड़वानी. एकलव्य आदर्श आवासीय स्कूल के शासकीय आवास पर शनिवार को डिप्टी कलेक्टर द्वारा कब्जा करने का प्रयास किया गया। उक्त आवास में एक अध्यापक निवासरत होने के बाद भी डिप्टी कलेक्टर द्वारा पुलिस के बल पर ताला तोड़ा गया और सामान बाहर निकालने का प्रयास किया गया। उक्त घटना को लेकर मॉडल स्कूल के अध्यापकों और स्टाफ में काफी आक्रोश है। शनिवार शाम को मॉडल स्कूल के अध्यापकों और स्टाफ ने सहायक आयुक्त आदिवासी विभाग से इसकी शिकायत की और डिप्टी कलेक्टर पर कानूनी कार्रवाई की मांग भी की।
अध्यापकों ने सौंपा आवेदन
सहायक आयुक्त कार्यालय पहुंचे अध्यापकों ने सहायक आयुक्त विवेक पांडेय को एक आवेदन सौंपा। अध्यापक देवेंद्र सोनाने ने बताया कि उनकी नियुक्ति आदर्श आवासीय विद्यालय में अध्यापक के रूप में है और उन्हें परिसर में एच 7 आवास आवंटित है। जिसमें वे निवासरत है। शनिवार दोपहर 2.15 बजे डिप्टी कलेक्टर घनश्याम धनगर ने दल बल के साथ वहां पहुंचकर उनके आवास का ताला तोड़ कर कब्जा कर लिया गय। जब उन्हें इस बात की जानकारी लगी तो वे वहां पहुंचे तो डिप्टी कलेक्टर ने उन्हें धमकाते हुए सामान बाहर निकाल लेने को कहा और ये भी कहा कि उन्हें ये आवास कलेक्टर द्वारा आवंटित किया गया है।
स्टाफ का आवासीय परिसर में रहना अनिवार्य
देवेंद्र सोनाने ने बताया कि एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय के स्टाफ को आवासीय परिसर में रहना अनिवार्य है। उक्त आवास उन्हें पदस्थापना के बाद से ही आवंटित है। आयुक्त जनजातीय कार्य विभाग के नियमों के अनुसार उक्त आवास आवंटन के लिए सक्षम अधिकारी प्राचार्य और केवल प्राचार्य एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय बड़वानी को ही है। अन्य कोई भी अधिकारी उसे आवंटित नहीं कर सकता। डिप्टी कलेक्टर के उक्त कृत्य से उन्हें मानसिक प्रताडऩा हुई है। वे अपने परिवार को लेकर असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। उन्होंने मांग की कि उक्त अनाधिकृत कार्रवाई पर अविलंब रोक लगाई जाए और डिप्टी कलेक्टर के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए, अन्यथा वे न्यायालय की शरण लेने के लिए मजबूर होंगे।
एक साल से तहसीलदार का कब्जा
आदर्श आवासीय विद्यालय के एक क्वाटर पर एक साल पहले स्थानांतरित हो चुकी तहसीलदार आशा परमार ने भी कब्जा कर रखा है। आशा परमार का एक साल पहले स्थानांतरण अलीराजपुर होने के बाद ये क्वाटर सहायक संचालक आदिवासी विभाग आरसी मालवीया को आवंटित हुआ था, लेकिन तहसीलदार द्वारा क्वाटर खाली नहीं किए जाने से मालवीया अभी भी किराये के मकान में रह रहे है। इस मामले में सहायक आयुक्त विवेक पांडेय ने बताया कि तहसीलदार को बार-बार पत्राचार कर घर खाली करने को कहा गया है, अब कानूनी कार्रवाईकी जाएगी। ताजा मामले में उन्होंने बताया कि इस बारे में वे कलेक्टर से चर्चा कर उचित हल निकालेंगे।