बड़वानीPublished: Feb 06, 2019 11:04:22 am
मनीष अरोड़ा
अतिक्रमण में उजाड़े गए परिवारों ने लगाई घर के बदले घर की गुहार, दूध मुंहे बच्चे से लेकर छोटे छोटे बच्चों के साथ कलेक्टोरेट के बाहर जमी महिलाएं
Encroachers encircled by the minister in charge
खबर लेखन : मनीष अरोरा
ऑनलाइन खबर : विशाल यादव
बड़वानी. शहरी सीमा में स्थित हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी के पीछे ग्राम पंचायत बडग़ांव अंतर्गत आने वाले क्षेत्र से शनिवार को तहसीलदार राजेश पाटीदार के नेतृत्व में अतिक्रमण हटाए गए थे। अब ये अतिक्रमण हटाना प्रशासन के लिए फांस बनता जा रहा है। बेघर हुए अतिक्रमणकारियों का लगातार प्रदर्शन जारी है। जहां रविवार को गृहमंत्री बाला बच्चन का घेराव, सोमवार को स्थानीय भाजपा विधायक पे्रमसिंह पटेल के साथ कलेक्टोरेट में हंगामा और प्रदर्शन के बाद अब मंगलवार को बेघर हुए परिवारों ने प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा, आयुष एवं संस्कृति मंत्री एवं जिले की प्रभारी मंत्री डॉ. विजयालक्ष्मी साधौ को घेर लिया।
प्रभारी मंत्री साधौ मंगलवार को बड़वानी में जिला योजना समिति की बैठक लेने दोपहर को कलेक्टोरेट पहुंचीं थी। कलेक्टोरेट परिसर के बाहर दो दिन से बैठे बेघर हुए परिवारों की महिलाओं ने प्रभारी मंत्री के वाहन को घेर लिया। महिलाओं का कहना था कि उनके साथ करीब 15 दूध मुंहे बच्चे है, जो चार दिन से खुले में रात बिता रहे है। ग्राम पंचायत द्वारा गलत तरीके से कार्रवाई कर उन्हें हटा दिया गया है। अब उनके पास कोई ठिकाना भी नहंी है। ऐसे में दिन में धूप और रात में ठंड में खुले में रहने से बच्चों के स्वास्थ्य पर भी बुरा प्रभाव पड़ रहा है। सोमवार रात को ही एक महिला की तबियत खराब होने से उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
पुलिस का घेरा तोड़कर पहुंची प्रभारी मंत्री तक
कलेक्टोरेट परिसर के बाहर हाईवे पर बैठी महिलाओं को प्रभारी मंत्री के आने की सूचना मिल गईथी। प्रभारी मंत्री से मिलने के लिए महिलाओं ने झुंड बना दिया। जिसके बाद पुलिस बल ने महिलाओं को घेर लिया। प्रभारी मंत्री के आते ही महिलाएं पुलिस को धक्का देते हुए प्रभारी मंत्री के वाहन तक पहुंच गईऔर अपनी व्यथा सुनाई। उल्लेखनीय है कि बेघर होने के बाद से ये महिलाएं बच्चों को लेकर कलेक्टोरेट परिसर के बाहर बैठी थी। सोमवार रात को इन्हे कलेक्टोरेट परिसर में 144 धारा लगाकर इन्हें बाहर कर दिया गया था। अब ये महिलाएं हाईवे पर रोड किनारे खुले में बैठकर प्रदर्शन कर रही हैं। यहां तक कि खाना भी खुले में बनाकर बच्चों को खिला रही है। प्रभारी मंत्री साधौ ने इन महिलाओं को आश्वासन दिया है कि कलेक्टर से चर्चा कर उनकी वैकल्पिक व्यवस्था कराई जाएगी।