अभिनव कॉलोनी गली नंबर 3 में हुकुमचंद पुरोहित के मकान में किरायेदार एलएनटी माइक्रो फायनेंस कंपनी में कार्य करने वाले कृष्णपाल ठाकुर ने बताया कि हम लोग सुबह 7 बजे ऑफिस जाने की तैयारी कर रहे थे। तभी गैस लीकेज की बदबू आने पर पड़ोस में देखा तो ताला लगा था। ताला खोलकर अंदर गए। साथी राहुल ने अचानक लाइट चालू कर दिया। लाइट चालू करते ही अचानक धमाका हुआ। हादसे में किराये से रहने वाले 2 युवक कृष्णपाल ठाकुर और राहुल सोलंकी घायल हुए है। दोनों के हाथ जले है। घायलों को सेंधवा सिविल अस्पताल लाया गया। डॉ. तनवीर शेख ने घायलों का इलाज किया। युवकों ने बताया कि जिस कमरे में धमाका हुआ, वहां कुछ युवतियां किराये से रहती थी। हालांकि चॉबी कमरे के बाहर ही रखे होने से युवकों ने ताला खोला और जैसे ही लाइट चालू की वैसे ही जबरदस्त विस्फोट हो गया। विस्फोट के बाद कमरे में आग भी लगी। जिससे किताबें और कुछ सामान जल गया। हालांकि आग ज्यादा नहीं थी। इसलिए बड़ा हादसा टल गया।
घटना की जानकारी मिलने के बाद सेंधवा एसडीओपी एमएस बारिया और एफएसएल टीम के अधिकारी बीएस बघेल सहित शहर थाना प्रभारी टीएस डावर गुरुवार दोपहर को घटनास्थल पर पहुंचे और निरीक्षण किया। कमरे में हर एंगल से वीडियोग्रॉफी की और फोटो खींचे। एमएस बारिया ने मकान मालिक सहित अन्य लोगों से घटना के संबंध में जानकारी ली। दो घायल युवकों की जानकारी पुलिस ने जुटाई। हालांकि घायल युवक नहीं मिले। जैसे ही विस्फोट हुआ वैसे ही गैस का दबाव गलियारे की तरफ गया।
दो दीवार और दरवाजे के उड़े परखच्चे
गुरुवार सुबह हुए विस्फोट की आवाज पूरे क्षेत्र में सुनाई दी। कई लोग घरों से बाहर निकल आए। लोगों ने बताया कि विस्फोट की आवाज बेहद तेज थी। इस वजह से अंदर सो रहे लोग भी अचानक उठ गए और डर के कारण बाहर आ गए। लोगों ने घटनास्थल पर देखा तो ऐसा नजारा था कि कहीं बम विस्फोट हुआ है। करीब 200 स्क्वेयर फीट में बने कमरे की 2 दीवारें विस्फोट के कारण टूट कर बिखर गई। वहीं दरवाजे के परखच्चे उड़ गए। विस्फोट की क्षमता का आंकलन इसी बात से लगाया जा सकता है कि घर की चौखट विस्फोट के बाद करीब 30 फीट दूर गलियारे में जाकर गिरी। हालांकि सुबह का समय था और गलियारे में कोई नहीं था। इसलिए कोई चोटिल नहीं हुआ। मकान मालिक नीचे अपने घर में काम कर रहे थे। जैसे ही विस्फोट हुआ। वह भी घबरा कर घर से बाहर की ओर भागे।
घर से बहार जाएं तो गैस बंद कर इन बातों का रखें ध्यान
गैस की बदबू आए तो सबसे पहले खुद को शांत रखें घबराएं नहीं।
घर में इलेक्ट्रिक स्वीच व अप्लायंसेस को चालू न करें।
किचन व घर की खिड़कियां व दरवाजे खोल दें।
रेग्युलेटर को चैक करें। यदि वह खुला है, तो उसे तत्काल बंद कर दें और सेफ्टी कैप लगा दें।
गैस को बाहर निकालने के लिए पंखे आदि न चलाएं।
गैस के कारण आंखों में जलन हो तो उसे मसलने की जगह ठंडे पानी से धोए।
मुंह पर कपड़ा बांधकर रखें, ताकि सांस में गैस ज्यादा न जा पाए। नहीं बेहोशी या घबराहट हो सकती है।
यदि गैस लीक के बाद आग लग जाए तो गैस लीक के कारण यदि सिलेंडर में आग लग जाए तो एक चादर या टॉवल को तत्काल पानी में भिगाएं और फिर उसे जल्दी से सिलेंडर पर लपेट दें। इससे आग तत्काल बुझ जाएगी और कोई बड़ा हादसा टाला जा सकेगा।