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वर्ष 2018 में मिले 118 बिछड़े परिवार, 112 को कानूनी सलाह

locationबड़वानीPublished: Jan 01, 2019 10:15:49 am

परिवार परामर्श केंद्र ने बिछड़े परिवारों को मिलाया, कई मामलों का निराकरण कर दी सलाह

Family Counseling Center Merged to Distributed Families

Family Counseling Center Merged to Distributed Families

खबर लेखन : मनीष अरोरा
ऑनलाइन खबर : विशाल यादव
बड़वानी. परिवार परामर्श केंद्र बड़वानी ने वर्ष 2018 में 118 ऐसे परिवार जो टूटने की कगार पर थे, उन परिवारो को सफल परामर्श देकर पुन: घर बसाने में महत्ति भूमिका निभाई है। इस केंद्र ने ये भूमिका पारिवारिक विवाद, पति-पत्नी के आपसी मनमुटाव, चरित्र शंका, पति द्वारा शराब पीकर मारपीट करना, दहेज प्रताडऩा, ससुराल पक्ष द्वारा महिला को परेशान करना जैसे प्रकरणों के निराकरण में निभाई है।
परिवार परामर्श केंद्र, महिला डेस्क बड़वानी की प्रभारी एएसआई रेखा यादव ने बताया कि वर्ष 2018 में डेस्क में 275 प्रकरण आये इन सभी मामलों में सुनकर समझाइश दी गई। उन्होंने बताया कि परामर्श के इस कार्य में हमे समय-समय पर जिला एवं सत्र न्यायाधीश रामेश्वर कोठे, पुलिस अधीक्षक विजय खत्री, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव एवं न्यायाधीश हेमंत जोशी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ओंकारसिंह कलेश, डीएसपी, एसडीओपी, महिला एवं बाल विकास अधिकारी, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. सुरेखा जमरे, किरण चौहान का भी सहयोग मिलता रहा। इन अधिकारी के सहयोग से वे अपनी टीम जिसमें परिवार परामर्श केंद्र की महिला काउसंलर अनिता चोयल, आरक्षक आशा डुडवे शामिल है के साथ मिलकर परिवार को जोडऩे का कार्य करती है। वर्ष 2018 में समझाइश के बाद 118 प्रकरणों में आपसी समझौता, 112 प्रकरणों में कानूनी सलाह व 11 प्रकरणों में स्वेच्छा से अलगाव की कार्रवाई की गई।
दूध मुंहे बच्चे को मिलाया मां से
परिवार परामर्श केंद्र बड़वानी में एक महिला ने आवेदन देकर बताया कि पति पत्नी के आपसी विवाद के कारण उनका पति 7 माह के बच्चे को लेकर खरगोन चले गए है। महिला की बात सुनकर पति को बुलाकर दोनों को समझाइश दी गई कि पति-पत्नी के आपसी झगड़े में बच्चों को माता-पिता से दूर नहीं करना चाहिए, बल्कि आपसी समझ से झगड़े को दूर करने का प्रयास करना चाहिए।
कल्याणी महिला की बेटी को दिलवाया उसका अधिकार
परिवार परामर्श केंद्र बड़वानी में ग्राम करोंदिया निवासीगरीमा पति जितेंद्र ने आवेदन देकर बताया कि उनके पति की मृत्यु 26 जनवरी 2014 को हो गई थी। पति की मृत्यु के 5 दिन बाद मेरी बेटी का जन्म हुआ था। पति की मृत्य के बाद में एक महिला अपने ससुराल में रही और उसके बाद अपने पिता के घर आ गई। अब वे चाहती है कि उनकी 5 वर्षीय बच्ची को ससुराल वाले उसका अधिकार दे। इस पर परिवार परामर्श केंद्र की टीम के सदस्यों ने महिला के ससुराल वालों को बुलाया एवं दोनों पक्षों के बीच आपसी समझौता कराया। समझौते के दौरान ससुराल वालों ने 2 लाख 50 हजार रुपए की एफडी बच्ची के नाम करा दी। सास-ससुर ने ये भी स्वीकार किया कि इसके बाद भी वे बच्ची की सारी जिम्मेदारी निभाएंगे।
शंका से अलग हुए पति-पत्नी को मिलाया
परिवार परामर्श केंद्र बड़वानी में राजपुर निवासी सोनू पति शिवशंकर राजोरे ने आवेदन देकर बताया कि उनके पति उन पर बेवजह शंका करता है तथा उनके साथ आए दिन मारपीट करता रहता है। इससे अब वे परेशान हो गई है तथा अपने पति से तलाक चाहती है। इस पर परिवार परामर्श केंद्र की टीम के सदस्यों ने दोनों पक्षों को बुलाकर समझाया एवं पति को समझाया कि बिना वजह शंका के आधार पर पत्नी के साथ मारपीट न करे। यदि पति-पत्नी के बीच कोई विवाद है, तो उसे बैठकर बातचीत के साथ हल करे।

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