घर बैठे कर सकेंगे पंजीयन
समर्थन मूल्य पर खरीदी के लिए पंजीयन की प्रक्रिया में बदलाव किया है। पहले किसानों को खरीदी केंद्र पर कब आना है। ये अधिकारी तय करते थे, लेकिन अब किसान खुद तय कर सकता है कि उसे किस दिन और समय उपज बेचना है। वहीं किसान स्वयं के मोबाइल से घर बैठे पंजीयन सकेंगे। पिछले साल तक फसल बेचने के लिए किसानों को एसएमएस मिलता था और तय तारीख को जाकर अपनी उपज बेचता था। अब एसएमएस की अनिवार्यता को खत्म कर दिया है। किसान अपनी सुविधा अनुसार उपज बेचने के लिए तारीख व समय चुन सकेंगे।
5 मार्च तक चल सकता है पंजीयन
सूत्रों के अनुसार फरवरी माह के पहले सप्ताह में शुरू होने वाले पंजीयन की आखरी तारीख 5 मार्च रहेगी। पिछले साल समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी 50 रुपए की बढ़त के साथ 1975 रुपए प्रति क्विंटल के मान से थी। इस बार क्या दाम रहेंगे ये तय नहीं है। किसान अपना पंजीयन एमपी किसान एप, ई-उपार्जन मोबाइल उप, पब्लिक डोमेन में ई-उपार्जन • पोर्टल पर करवा सकते हैं। वहीं, उपार्जन केंद्रों पर अपना पंजीयन तय समयावधि में करा सकते हैं।
बैंक अकाउंट में सीधे जमा होगी
किसानों के बैंक खतों की जानकारी पोर्टल पे डालना हर साल अधिकारियों के चुनौती से होता है। कई बार बैंक खतों की एंट्री भी गलत होने से किसानों को दिक्कत होती थी, लेकिन अब किसानों को परेशान नहीं होना पड़ेगा। क्योंकि खरीदी का पैसा उन खातों में जाएगा जो आधार से जुड़े होंगे। जिन किसानों के खाते आधार से नहीं जुड़े हैं, उन्हें जोडऩा होगा। इससे गलती की संभावना कम होगी। वहीं प्रक्रिया की गति भी बढ़ जाएगी।
पंजीयन के लिए इन कागजों को रखें अपडेट
– आधारकार्ड।
-बैंक पासबुक।
-किसान की समग्र आईडी -समग्र आईडी नहीं होने पर पेनकार्ड।
-वनाधिकार पट्टाधिकारी किसान के पट्टे की फोटोकॉपी।
-लीज पर खेती करने वाले किसान का लीज अनुबंध।