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मतदान के पहले कांग्रेसी सरपंच के गांव में हुई फायरिंग

locationबड़वानीPublished: Nov 29, 2018 11:58:09 am

कम मतदान से बिगड़े प्रत्याशियों के गणित, फिर भी जीत का दावा कर रहे, वाहनों में लगाई आग, कई मतदान केंद्रों पर वीवीपैट मशीनें बंद हुई

Firing in Congress village before Sarpanch polling

Firing in Congress village before Sarpanch polling

बड़वानी से ऑनलाइन खबर : विशाल यादव
सेंधवा/नागलवाड़ी. सेंधवा विधानसभा में करीब 6 0 प्रतिशत मतदान हुआ है। हालांकि अधिकारियों सहित राजनीतिक पार्टियों द्वारा मतदान का प्रतिशत बढ़ाने के प्रयास में सफलता कम मिली। मतदान के पहले ग्राम पंचायत झापडीपड़ला में हुए विवाद की चर्चा दिनभर चलती रही। इसके अतिरिक्त कहीं कोई अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली।
वोटिंग से पहले ग्रामीण क्षेत्र में हुई फायरिंग, बाइकों को जलाया
ग्रामीण थाने से प्राप्त जानकारी के मुताबिक मतदान के पहले रात को ग्राम पंचायत झोपड़ीपाडला में कांग्रेस व भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच विवाद हो गया। विवाद के बाद कांग्रेसी सरपंच दरबारसिंह बताया कि भाजपा के कार्यकर्ता शोभाराम तरोले, जामसिंह, छोटू शर्मा, मोहन राठौर सहित अन्य लोगों द्वारा उनसे विवाद किया। कांग्रेस के पक्ष में प्रचार नहीं करने की बात कही। गांव में गोलियां चलाकर दहशत फैलाने का प्रयास किया। इसके बाद भाजपाइयों ने वाहनों में आग लगा दी। घटना में तीन बाइक जलने की सूचना मिली है। विवाद के दौरान सुभाष भीलाला को हल्की चोट लगी है। घटनास्थल पर 5 साबुत गोलियां मिली है। पुलिस द्वारा प्राथमिक रिपोर्ट लिखकर जांच शुरू की है। इस घटना के बाद सुबह रिटर्निंग अधिकारी बीएस कॉलेज और एसडीओपी राकेश व्यास मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों से चर्चा की। ग्रामीण क्षेत्र में मतदान सामान्य समय पर शुरू होकर शांतिपूर्वक समाप्त हुआ। मौसम चौराहे पर भी कांग्रेस और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच विवाद हुआ।
वार्डों में वीवीपैट मशीन हुई बंद, रुका मतदान
बुधवार को सुबह 8 बजे शुरू हुए मतदान में बड़ी संख्या में मतदाता वोट डालने पहुंचे। इस दौरान कुछ बूथों पर वीवीपैट मशीन बंद होने से मतदान प्रभावित हुआ। जानकारी के अनुसार वार्ड क्रमांक 6 में बनाए गए बूथ क्रमांक 44 में वीवीपैट मशीन बंद होने से 30 मिनट तक मतदान रुका। वार्ड क्रमांक 18 के में बनाए गए पोलिंग बूथ में भी वीवीपैट बंद रही। इससे 20 मिनट तक मतदान रुका। वार्ड 5 के पोलिंग बूथ क्रमांक 40 जिसे पिंक मतदान केंद्र बनाया गया था। वहां भी वीवीपैट मशीन बंद होने से कुछ देर मतदान रुका रहा। निर्वाचन अधिकारियों ने मशीनें बदलवा कर मतदान सुचारु कराया। इसी तरह ग्रामीण क्षेत्र जो पाली इस नॉवेल में भी वीवीपैट मशीन बंद होने की सूचना मिली।
बुजुर्गों में भी नजर आया उत्साह
नगर में कई वृद्ध मतदाताओं ने वोटिंग के दौरान बढ़चढ़ कर हिंसा लिया। इस दौरान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी सहित 100 वर्ष से अधिक आयु के वृद्धों ने भी अपने मत का उपयोग किया। युवाओं में इस बार वोटिंग को लेकर कम उत्साह देखा गया। सुबह मतदान शुरू होते ही कई बुजुर्ग मतदाता अपने पोलिंग बूथ पर पहुंचे। सभी पोलिंग बूथ पर बुजुर्गों और दिव्यांगों के लिए व्हीलचेयर की व्यवस्र्था की गई थी। नगर के सदर बाजार निवासी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी बालकृष्ण पालीवाल ने भी मतदान किया। उनके पुत्र परेश पालीवाल उन्हें लेकर पोलिंग बूथ पहुंचे। इसी तरह डाक बंगला क्षेत्र निवासी 107 वर्षीय महिला वृद्ध मतदाता मेहमुदा बी पती सरदार पटेल पिंक पोलिंग बूथ पर मतदान किया। नगर की लखन नगर निवासी शीतल पिता हरगोविंद चौहान ने पहली बार मतदान किया खास बात थी कि शीतल की ऊंचाई मात्र ढाई फीट है। मतदान के दौरान शीतल आकर्षण का केंद्र रही। हर्ष नगर में कुष्ट रोगियों के लिए बनाए मतदान केंद्र में बड़ी संख्या में कुष्ट रोगियों ने अपने मत का प्रयोग किया। आदर्श मतदान केंद्रों में भी मतदाताओं ने उत्साह से वोटिंग की।
कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच हुआ मतदान
विधानसभा के सभी बूथों पर इस बार कड़ी सुरक्षा व्यवस्था देखी गई। आंध्राप्रदेश के सशत्र बल सेहत महाराष्ट्र के होमगार्ड जवानों ने सुरक्षा व्यवस्था देखी। रिटर्निंग अधिकारी बीएस कलेश और एसडीओपी राकेश व्यास ने सुबह 10 बजे के बाद नगर के सभी मतदान केंद्रों का निरीक्षण किया। इस दौरान कई मतदान केंद्रों के बहार खड़े लोगों को 100 मीटर की परिधि से बाहर जाने को कहा। सहायक रिटर्निंग अधिकारी भी दिनभर व्यवस्थायों का जायजा लेते रहे।
मतदान काम होने से प्रत्याशियों के गणित बिगड़ गए
मतदान काम होने से प्रत्याशियों के गणित बिगड़ गए है। हालांकि सभी प्रत्याशी अपनी जीत का दावा कर रहे है। पिछले विधानसभा चुनाव में भी 6 0 प्रतिशत से कुछ अधिक मतदान हुआ था। इसके अतिरिक्त ग्रामीण क्षेत्रों में मजदूरी के लिए पलायन कर गए कई ग्रामीण मतदान करने काम संख्या में आए। इससे मतदान का प्रतिशत कम रहा। नगर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में मतदान जागरुकता अभियान का भी कुछ खास असर नहीं देखा गया।

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