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सिर पर मारी तलवार, नारियल के हुए दो टूकड़े, निकली लोगों की चींख

locationबड़वानीPublished: Jan 12, 2019 10:45:01 am

पंजाब के गतका दल के हैरतअंगेज शौर्य कला के करतब देख आश्चर्य में पड़े लोग, युवतियों ने भी किया अपनी कला का प्रदर्शन, छोटा बालक बना आकर्षण का केंद्र, दशमेश गुरु गोबिंदसिंघजी के प्रकाश पर्व पर निकाला नगर कीर्तन

Gataka Dal of Punjab's courageous bravery art

Gataka Dal of Punjab’s courageous bravery art

खबर लेखन : मनीष अरोरा
ऑनलाइन खबर : विशाल यादव
बड़वानी. सिर पर रखा नारियल, तलवार का वार करते ही दो टूकड़ों में टूटकर गिर पड़ा। तलवार चलते ही लोगों की चींख निकल गई। युवती के पैरों पर गदा से नारियल फोडऩा, पेट पर ट्यूब लाइट, हवा में लटकाकर पाइप से वार करना, नीचे सीने पर बर्फ ऊपर पीठ पर ईंट को तलवार से तोडऩा आदि हैरतअंगेज शौर्य कलाओं के प्रदर्शन को देख लोग आश्चर्य चकित रह गए। अवसर था खालसा पंत के प्रवर्तक सिख समाज के दशमेश पिता गुरु गोबिंदङ्क्षसघजी के 552वें प्रकाश पूरब पर निकले नगर कीर्तन का। पंजाब के तरण तारण से आए निशान-ए-खालसा गतका दल ने एक से बढ़कर एक शौर्य कला का प्रदर्शन किया।
श्री गुरुद्वारा गुरुसिंघ सभा द्वारा दशमेश पिता गुरु गोबिंदसिंघजी का प्रकाश पूरब मनाया जा रहा है। शुक्रवार दोपहर को गुरुद्वारा से नगर कीर्तन निकाला गया। गुरुद्वारा से शुरू हुआ नगर कीर्तन कचहरी मार्ग, रणजीत चौक, एमजी रोड, देवीसिंह मार्ग, कालिका माता मंदिर, भारूड़ मोहल्ला, लक्ष्मी टॉकिज, जैन मंदिर चौराहा, झंडा चौक, महालक्ष्मी गेस्ट हाऊस होते हुए पुन: गुरुद्वारा साहिब पहुंचा। नगर कीर्तन में आगे पंज प्यारे चल रहे थे। पंज प्यारों के आगे समाज की महिला, पुरुष पुष्प वर्षा और झाड़ू बुहारते चल रहे थे। नगर कीर्तन के दौरान समाज के पुरुषों ने सफेद वस्त्र के साथ नीली पगड़ी और महिलाओं ने सफेद वस्त्र के साथ नीली चुन्नी पहने शामिल हुए। इनके पीछे सुसज्जित ट्रॉली पर गुरुग्रंथ साहिब विराजमान थे। जगह-जगह नगर कीर्तन का स्वागत पुष्प वर्षा, जल सेवा, स्वल्पाहार से किया गया।
रविवार को होगा गुरु का लंगर
शुक्रवार सुबह 9ण्15 बजे राजघाट रोड स्थित गुरुद्वारा में अखंड पाठ साहिब का आरंभ हुआ। इस दौरान प्रकाशोत्सव के मौके पर भाई वरींदरसिंघ अमृतसरवालों के कीर्तनी जत्थे व भाई मोहनसिंघ बड़वानी द्वारा संगीतमयी प्रस्तुति से संगत को निहाल किया। नगर कीर्तन बाद रात्रि में समाजजनों ने गुरु का लंगर छखा। रविवार सुबह 10 बजे अखंड पाठ साहिब की संपूर्णता होगी। शनिवार को सुबह 8 .30 से 10 बजे व शाम 8 से रात्रि 9 बजे तक शबद कीर्तन होगा। वहीं दोपहर व रात्रि में गुरु का लंगर होगा। रविवार को मुख्य दिवस मनाया जाएगा। सुबह 10 से 12.30 बजे तक अखंड पाठ साहिब की संपूर्णता व शबद कीर्तन में समाजजन शामिल होंगे। दोपहर 12.30 से 2.30 बजे तक गुरु का लंगर होगा। जिसमें शहर सहित क्षेत्र के समाजजन शामिल होकर प्रसादी छकेंगे। वहीं, रात्रि में बाल कवि दरबार, रात्रि दीवान व शबद कीर्तन होगा।

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