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शाम तक कलेक्टोरेट में बैठे रहे स्वास्थ्यकर्मी, कलेक्टर से चर्चा करेंगे

locationबड़वानीPublished: Jul 02, 2020 09:33:17 am

Submitted by:

vishal yadav

तीन माह की सेवा के बाद कोरोना वारियर्स को किया सेवा से बाहर, आयुष डॉक्टर्स व नर्सिंग स्टॉफ ने सीएमएचओ, एसडीएम को ज्ञापन सौंपा, सांसद के कहने पर कलेक्टर से मिलने पहुंचे, तीन माह में वेतन नहीं मिलने और बढ़ते कोरोना काल में सेवा समाप्त करने पर जताया आक्रोश

Health workers protest

Health workers protest

 

बड़वानी. जिले में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार बढऩे के बाद स्वास्थ्य विभाग ने आईसोलेशन वार्ड सहित अन्य कार्यांे में मार्च माह से सेवा में लिए गए आयुष डॉक्टर्स, नर्सिंग व पैरामेडिकल स्टॉफ को बाहर का रास्ता दिखा दिया। इससे इन कोरोना वारियर्स में खासा आक्रोश है। इस मामले को लेकर बुधवार दोपहर से शाम तक बड़ी संख्या से अधिक वारियर्स कलेक्टर से चर्चा के लिए बैठे रहे।
कर्मियों के अनुसार गुरुवार सुबह प्रतिनिधिमंडल को चर्चा के लिए बुलाया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार कोरोना महामारी के लिए इलाज के लिए शासन के निर्देशानुसार जिले में 230 से अधिक आयुष डॉक्टर्स और निजी नर्सिंग कर्मियों को 10 अप्रैल से सेवा में लिया था। इस दौरान जून माह तक सिर्फ डॉक्टर्स को ही महज 15-17 दिन का वेतन मिल सका हैं, शेष कर्मियों को वेतन नहीं मिला। वहीं इस बीच 30 जून को स्थानीय स्वास्थ्य विभाग ने इन कोरोना वारियर्स को आदेश दिए कि अब आपकी सेवाएं समाप्त हो रही हैं, एक जुलाई से कार्य के लिए नहीं पहुंचे। इसको लेकर 200 से अधिक आयुष डॉक्टर्स व नर्सिंग कर्मी बुधवार सुबह 10 बजे सीएमएचओ कार्यालय पहुंचे। यहां 11 बजे सीएमएचओ डॉ. अनिता सिंगारे के पहुंचने पर उन्हें मामले से अवगत कराया और ज्ञापन सौंपा। सीएमएचओ ने कहा कि इनकी तीन माह की नियुक्ति के जो आदेश थे, वो समयावधि पूरी हो चुकी है।
स्थानीय स्तर पर नहीं मान रहे आदेश
डॉ. दर्शन चोलकर, संगीता चौहान, मनोज शिंदे आदि ने बताया कि कोरोना संक्रमण के दौरान जिलेभर में 230 से अधिक लोगों की नियुक्ति की गई थी। हमारे द्वारा आईसोलेशन वार्ड से लेकर प्रवासी मजदूरों की स्क्रीनिंग और ग्राम-नगरों में सर्वे कार्य को संपादित किया जा रहा है। 10 अप्रैल को नियुक्ति होना शुरु हुई थी। अब तक नाम मात्र को, वो भी आधा-अधूरा वेतन मिला हैं। शेष वेतन की राह तक रहे है। आयुष डॉक्टर्स व नर्सिंग स्टॉफ ने बताया कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन संचालक द्वारा हम कोरोना वारियर्स की सितंबर तक सेवाएं बढ़ाई हैं, इसके आदेश दिए गए हैं। संभाग के अन्य जिलों में यह आदेश लागू हो गए हैं, लेकिन यहां स्थानीय अधिकारी नहीं मान रहे है।
सांसद ने दिया निराकरण का आश्वासन
दोपहर 12 बजे संबंधित कर्मी कलेक्टोरेट पहुंचे। यहां एसडीएम अंशु जावला ने ज्ञापन लेकर गुरुवार को चार लोगों के प्रतिनिधि मंडल को कलेक्टर से चर्चा के लिए बुलाया। फिर कर्मी सांसद गजेंद्र पटेल के पास पहुंचे। सांसद ने निराकरण का आश्वासन दिया। साथ ही कहा मैं कलेक्टर से बात करता हूं, आप लोग कलेक्टोरेट पहुंचकर कलेक्टर से चर्चा करे। इसके बाद कलेक्टर से मिलने के लिए तीन बजे से छह बजे तक इंतजार किया और खाली हाथ लौटे।
जो आदेश आएंगे, उसका पालन करेंगे
जिले में जिन आयुष डॉक्टर्स व नर्सिंग-पैरामेडिकल स्टॉफ की नियुक्ति की थी, उनकी शासन के निर्देशानुसार 30 सितंबर को समयावधि पूरी हो चुकी है। आगे से जो आदेश आएंगे, उसका पालन किया जाएगा। वहीं पूर्व में आवश्यकता से अधिक नियुक्तियां हो गई हैं। शासन को वास्तुस्थिति से अवगत कराएंगे। जितने लोगों का अप्रुवल मिलेग, उतनी ही नियुक्ति की जाएगी।
-डॉ. अनिता सिंगारे, सीएमएचओ बड़वानी

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