कई बार अधिकारियों के चक्कर काटने के बाद भी बच्चे के पिता को न्याय नहीं मिला। कई बार एसी और कलेक्टर को भी शिकायत की पर उन्होंने भी आश्वासन देकर कार्रवाई को टाल दिया। बहुत परेशान होने के बाद बच्चे के पिता हाईकोर्ट की शरण ली। इस पर विचार कर कोर्ट ने संबंधित अधिकारियों को नोटिस भेजा है।