बड़वानीPublished: Nov 30, 2018 11:18:12 am
मनीष अरोड़ा
तेज गति से जा रहे रेत से भरे ट्रैक्टर ने रौंदा बाइक सवार को, चश्मदीद का कहना दुर्घटना नहीं, जानबूझकर चढ़ाया टै्रक्टर, एक साल में अवैध रेत खनन से हो चुकी 54 मौत, एक माह में तीसरी घटना
Illegal sand mining again took the life of a young man
बड़वानी. अवैध रेत खनन में लगे ट्रैक्टर ट्रॉली लोगों के लिए जानलेवा सिद्ध हो रहे है। गुरुवार को एकबार फिर अवैध रेत का ट्रैक्टर एक व्यक्ति के लिए मौत बन गया। कोतवाली थाना क्षेत्र के ग्राम पिपलाज में अवैध रेत परिवहन कर रहे ट्रैक्टर ने बाइक सवार को रौंद दिया। चश्मदीद ग्रामीण का कहना है कि अवैध रेत के ट्रैक्टर ने जानबूझकर बाइक सवार को कुचला है। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई।घटना के बाद ट्रैक्टर चालक वहां से भाग निकला। मामले में पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू की।
ट्रॉली का चढ़ा पहिया
गुरुवार सुबह 8 बजे पिपलाज निवासी राजेश पाटीदार (46) बाइक पर सवार होकर करी ग्राम की ओर जा रहा था। इस दौरान करी की ओर से आते हुए रेत से भरे ट्रैक्टर-ट्रॉली ने उसे टक्कर मार दी। टक्कर लगने से गिरे राजेश पाटीदार पर ट्रॉली का पहिया चढ़ गया। जिससे ट्रॉली भी पलट गई। घटना के बाद ट्रैक्टर चालक वहां से भाग निकला। लोगों ने डायल 100 वाहन को सूचना दी। घायल को बड़वानी के निजी अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटना के बाद ग्रामीणों में अवैध रेत खनन में लगे ट्रैक्टर मालिकों और चालकों के खिलाफ आक्रोश देखने को मिला। पुलिस ने मृतक का पोस्टमार्टम कराकर शव पुलिस को सौंपा।
जानबूझकर कुचलने का लगाया आरोप
घटना के चश्मदीद गवाह पिपलाज निवासी किरण पाटीदार ने जानबूझकर बाइक सवार को कुचलने का आरोप लगाया। किरण पाटीदार ने बताया कि उसके सामने ही ये हादसा हुआ है। राजेश अपनी बाइक के साथ खड़ा हुआ था तभी सामने से आ रहे रेत से भरे ट्रैक्टर के चालक ने उस पर ट्रैक्टर चढ़ा दिया। घटना देखकर ये लगा जैसे जानबूझकर घटना को अंजाम दिया गया है। ग्रामीण शोभाराम यादव ने बताया कि अवैध रेत खनन की कई बार प्रशासन को शिकायत कर चुके हैं, लेकिन कोई ध्यान नहीं देता। क्षेत्र में अवैध रेत का कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है। तेज गति से भागते अवैध रेत के ट्रैक्टर ट्रॉली लोगों की जान के दुश्मन बने हुए है।
कई जानों को लील चुके अवैध रेत कारोबारी
जिले में रेत के अवैध कारोबारी आए दिन किसी न किसी को हादसे के बहाने मौत की नींद सुला रहे है। एक साल का आंकड़ा देखा जाए तो अवैध रेत खनन में लगे ट्रैक्टर-ट्रॉलियों और अवैध रेत की खदान धसने से 54 मौत हो चुकी हैं। एक माह में ही ये तीसरी घटना है जिसमें एक बच्ची, एक छात्र और ताजा घटना में एक किसान मारा गया। नर्मदा बचाओ आंदोलन के राहुल यादव ने आरोप लगाया कि खनिज विभाग और प्रशासन इस ओर पूरी तरह से आंख बंद किए बैठा है। सुप्रीम कोर्ट और एनजीटी के आदेश के बाद भी अवैध रेत खनन पर रोक नहीं लगी है। अवैध रेत खनन में लगे ट्रैक्टरों को राजसात करने के आदेश भी सुप्रीम कोर्ट ने 22 जून 2018 को दिए थे। आदेश के बाद कलेक्टर ने दो दिन में सात ट्रैक्टर राजसात किए, फिर कोई कार्रवाई नहीं हुई।
मामला लिया जांच में
मृतक के चचेरे भाई की शिकायत पर ट्रैक्टर चालक के खिलाफ आईपीसी की धारा 304ए का प्रकरण दर्जकर लिया गया है। ट्रैक्टर-ट्रॉली जब्त कर थाने में लाई गईहै। मामले में जांच की जा रही है। जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार किया जाएगा।
लखनसिंह बघेल, जांच अधिकारी