बड़वानीPublished: Dec 07, 2018 11:32:55 am
मनीष अरोड़ा
टायर चोरी के केस में दो को बुलाया पूछताछ के लिए, परिजनों का आरोप, पुलिस मारपीट कर झूठा आरोप कबूल करवा रही, पुलिस ने कहा झूठी लोकेशन बता रहे संदिग्ध, इसलिए पूछताछ
In the case of theft, the two called for questioning
खबर लेखन : मनीष अरोरा
ऑनलाइन : विशाल यादव
बड़वानी. कोतवाली पुलिस ने पिछले दिनों अंजड़ रोड पर हुई टायर दुकान में चोरी के मामले में बुधवार शाम को दो संदिग्धों को हिरासत में लिया। इसकी जानकारी मिलते ही गुरुवार को बड़ी संख्या में संदिग्धों के परिजन थाने पहुंच गए और घेराव किया।परिजनों ने पुलिस की कार्रवाई पर आपत्ति जताई और आरोप लगाया कि पुलिस मारपीट कर झूठा अपराध कबूल करवाना चाहती है।वहीं, पुलिस का कहना है कि संदिग्ध घटना के समय अपनी जो लोकेशन बता रहे है, वो मोबाइल ट्रेस करने पर गलत आ रही है। संदिग्धों से सिर्फ पूछताछ कर रहे है, किसी प्रकार की मारपीट नहीं हो रही।
दुकान से चुराए थे 15 लाख के ब्रांडेड टायर
रविवार की रात अंजड़ रोड स्थित बड़वानी टायर की दुकान से अज्ञात बदमाश करीब 15 लाख के ब्रांडेड टायर चुरा ले गए थे। इस मामले में पुलिस ने जांच करते हुए बुधवार को बालकुआं और सिंदीखोदरी निवासी दो लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया। गुरुवार को थाने पहुंचे संदिग्ध के पिता का कहना है कि पुलिस ने पूछताछ के लिए उसे बुलाया था, लेकिन उसके साथ मारपीट की गई है, यह गलत है। साथ ही कहना है कि उनका बेटा घटना की रात बड़वानी में नही था। और इस दौरान माल लेकर बाहर गया हुआ था। ऐसे में पुलिस द्वारा बिना सबूत के उसे थाने में बैठाए रखना गलत है। इस बात को लेकर संदिग्ध के परिजनों ने समाजजनों ने थाना प्रभारी राजेश यादव से भी चर्चा की और सख्ती की बजाय नरमी से पेश आने की मांग रखी।
क्षेत्र के आसपास देखे थे सीसीटीवी फूटेज
इस मामले में थाना प्रभारी राजेश यादव का कहना है कि उन्होंने टायर चोरी की वारदात के बाद क्षेत्र में आसपास लगे सीसीटीवी फूटेज देखे है। जिसमें एक पिकअप वाहन क्रमांक (एमपी-46 -जी-16 78 ) दिखाई दे रही है। जो हुबहु बालकुंआ निवासी गजानंद राठौर के वाहन जैसी ही दिखाई दे रही है। साथ ही उक्त वाहन घटना के बाद तलून में लगे टोल टेक्स पर लगे सीसीटीवी फूटेज में भी दिखाई दे रहा है। इसी शंका के आधार पर उन्होंने कार्रवाई को आगे बढ़ाया। पुलिस का कहना है कि पकड़े गए संदिग्ध ने पुछताछ मेंं झूठ बोला है, उसका कहना है कि घटना वाले दिन वह भोपाल माल लेकर गया था, लेकिन जब उसकी मोबाइल लोकेशन निकाली गई तो वह धार जिले के मांडवी में था। वहीं वाहन मालिक ने अपने पहले दिए बयान से बदल गया, उनका कहना था कि भोपाल माल डालने के लिए उक्त संदिग्ध गया था, लेकिन बाद में कहा कि दूसरा ड्रायवर भोपाल गया था, ऐसे में पुलिस की शंका ओर बढ़ गया। जिसके पुलिस ने संदिग्ध वाहन चालक व एक हम्माल को पूछताछ के लिए बैठाया है।