बड़वानीPublished: Aug 10, 2019 11:45:10 am
मनीष अरोड़ा
प्रिंटर से छापे हूबहू दो हजार, 500 और 200 के नोट, तीन गिरफ्तार, साढ़े 13 लाख के नकली नोट सहित नोट छापने का सामान किया जप्त
Learned to make fake notes on youtube
बड़वानी. जल्द अमीर बनने के चक्कर में कुछ युवाओं ने खुद ही नोट छापना आरंभ कर दिए। यू-ट्यूब पर नकली नोट बनाना सीखा, स्केन कर प्रिंटर से नोट निकाले और बाजार में चलाने पहुंच गए। नकली नोट को चलाते समय दुकानदार की समझदारी ने नकली नोट बनाने वालों को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया। शुक्रवार को पुलिस अधीक्षक डीआर तेनीवार और एएसपी सुनीता रावत ने पूरे मामले का खुलासा किया।
एसपी डीआर तेनीवार ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से ग्रामीण क्षेत्रों में नकली नोट खपाने की जानकारी मिल रही थी। जिसके बाद सभी थाना क्षेत्र में सतर्कता बरतने को कहा गया था। गुरुवार को निवाली थाना क्षेत्र में एक युवक द्वारा एक दर्जन केले खरीदने पर 2000 रुपए का नोट चलाने का प्रयास किया जा रहा था। दुकानदार को शंका हुई और उसने इसकी जानकारी थाने में दी। जब निवाली पुलिस ने उक्त युवक को पकड़कर उसके पास मिले नोटों की बैंक में जांच कराई तो मामला नकली नोट होने का निकला। जिसके बाद आरोपी देवा उर्फ देयाराम पिता सुरभान डावर निवासी नकटीरानी सेंधवा ग्रामीण से पूछताछ की गई तो उसने दो अन्य साथियों के नाम बताए। आरोपी राहुल पिता शोभाराम बारेला निवासी नटवाड़े जिला धुलिया महाराष्ट्र और गेंदिया उर्फ गेंदालाल पिता खजान बर्डे निवासी आचली कनासिया फाल्या सेंधवा ग्रामीण को गिरफ्तार किया गया। तीनों के पास से दो हजार, पांच सौ, 200 और 100 रुपए के कुल 13 लाख 54 हजार 600 रुपए के नकली नोट जब्त किए गए। साथ ही नकली नोट छापने में इस्तेमाल स्केनर और प्रिंटर भी जप्त किया गया।
ग्रामीण अंचलों में खपाने वाले थे नोट
एसपी तेनीवार ने बताया कि मुख्य आरोपी महाराष्ट्र निवासी राहुल है। उसने यू-ट्यूब पर नकली नोट बनाने का तरीका देखकर अमीर बनने की सोची थी। आरोपियों द्वारा स्केन कर बनाए गए नोट एक ही सीरिज के थे। क्योंकि एक ही नोट को स्केन कर उसका प्रिंट निकालते थे। आरोपियों द्वारा नोट प्रिंट करने के लिए अच्छे कागज का इस्तेमाल किया जाता था। ग्रामीण अंचलों में असली और नकली नोटों की पहचान नहीं होने से आरोपियों का मकसद इन नोटों को ग्रामीण क्षेत्रों में खपाने का था। इस मामले में अन्य आरोपी भी शामिल हो सकते है, इसके लिए पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। पूछताछ में बड़े गिरोह का खुलासा हो सकता है।