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बड़वानी जिला अस्पताल में मेडिकल वेस्ट बाहर पड़ा, मार रहा बदबू

locationबड़वानीPublished: Jan 15, 2019 11:17:29 am

छह दिन से नहीं आई कचरा गाड़ी, नपा ने कचरा अड्डा डालने से किया मना, अस्पताल प्रबंधन नपा पर, तो नपा ढोल रही अस्पताल प्रबंधन पर जिम्मेदारी, इधर कायाकल्प, उधर स्वच्छ सर्वेक्षण दोनों ही अभियानों पर लगेगा बट्टा

Medical West was out in Barwani district hospital

Medical West was out in Barwani district hospital

खबर लेखन : मनीष अरोरा
ऑनलाइन खबर : विशाल यादव
बड़वानी. नगर पालिका और जिला अस्पताल अलग अलग अभियानों में अपनी रेंकिंग सुधारने में लगा हुआ है। जहां नपा को स्वच्छ सर्वेक्षण में स्वच्छता का ध्यान रखना है। वहीं, जिला अस्पताल को काया कल्प के तहत अस्पताल में सफाई वयवस्था दुरूस्त रखना है। पिछले छह दिनों से जिला अस्पताल में पुरान पुलिस चौकी के पास कचरे का ढेर पड़ा हुआ है। नगर पालिका इसे मेडिकल वेस्ट बताकर कचरा अड्डा पर डालने नहीं दे रहा है। वहीं, अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि सामान्य कचरा है, नगर पालिका उठा नहीं रही है।
जिला अस्पताल में पिछले छह दिन से पड़े कचरे से अब बदबू भी आने लगी है। पास ही एआरटी सेंटर है, सामने मेडिकल वार्ड है और आगे 16 पलंग वार्ड बना हुआ है। छह दिन से पड़े कचरे को लेकर अब नगर पालिका और अस्पताल प्रबंधन आमने सामने हो गया है। सिविल सर्जन डॉ. अनिता सिंगारे का कहना है कि कचरा उठाने के संबंध में नपा अध्यक्ष लक्ष्मण चौहान, सीएमओ कुशलसिंह डुडवे और स्वास्थ्य प्रभारी को कईबार फोन लगाकर बोल चुके है। नपा अधिकारियों का कहना है कि स्वच्छ सर्वेक्षण की टीम आई हुई है, बाद में कचरा उठाएंगे। वहीं, नपा सीएमओ कुशलसिंह डुडवे का कहना है कि वो बॉयो मेडिकल वेस्ट है, जिसे विनष्टीकरण के लिए विशेष वाहन द्वारा रऊ भेजा जाता है। अस्पताल के कर्मचारी कचरे में स्लाइन की बोतल, इंजेक्शन आदि भी डाल देते है। फिलहाल हमारा गीला और सूखा कचरा प्रबंधन का काम चल रहा है। जिसमें इस कचरे को शामिल नहीं किया जा सकता।
दोनों की रेंकिंग पर पड़ सकता प्रभाव
जिला अस्पताल पिछले तीन साल से कायाकल्प में फिसड्डी साबित हो रहा है। इस बार अस्पताल प्रबंधन ने बहुत मेहनत की है और अच्छी रेंकिंग मिलने की उम्मीद है। आंतरिक निरीक्षण के दौरान निरीक्षण के लिए आई टीम ने अच्छे संकेत दिए थे। हालांकि ये कचरा उस वक्त आंतरिक निरीक्षण टीम को भी दिखा था, जिस पर सीएस डॉ. सिंगारे ने नपा की गाड़ी आने पर फिकवाने को कहा था। आंतरिक निरीक्षण के बाद अब दिल्ली की टीम कभी भी आ सकती है। वहीं, नपा भी इस बार स्वच्छ सर्वेक्षण की दौड़ में बहुत आगे चल रहा है। इन दिनों दिल्ली की टीम भी गोपनीय रूप से सर्वे में लगी हुई है। जिसके कारण नपा इस कचरे को उठाकर अपने नंबर नहीं कटवाना चाहती। नपा और अस्पताल प्रबंधन की इस लड़ाई में मरीजों को बदबू का शिकार होना पड़ रहा है।

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