उल्लेखनीय है कि पहली बार जून माह में नर्मदा का जलस्तर एकाएक बढ़ रहा है। पिछले वर्ष सितंबर माह में सरदार सरोवर बांध को पूर्ण भरने पर राजघाट में नर्मदा का जलस्तर 139 मीटर पहुंच गया था। इसके बाद राजघाट गांव और पुल कई माह तक जलमग्न था। वैसे 2017 से प्रशासन ने पुल से बसों व वाहनों का आवागमन बंद कर दिया है। पिछले वर्ष बैकवॉटर भरने और उतरने के बाद भी पुल किनारे गड्ढा खोदकर आवागमन रोका गया है। वहीं कोरोना संक्रमण के मद्देनजर पिछले माह एसडीएम ने नर्मदा स्नान पर भी प्रतिबंध लगाया है। फिलहाल बढ़ते जलस्तर को देखने लोग राजघाट पहुंच रहे हैं।
एसडीएम अंशु जावला द्वारा जारी आदेश के अनुसार ग्राम कुकरा (राजघाट) पर स्थित पुराने पुल के खतरे के निशान से उपर होने के चलते पुल से आवागमन को पूर्ण प्रतिबंधित किया है। धारा 144 के तहत लागू इस प्रतिबंधात्मक आदेश का उल्लंघन करने पर दोषी के विरुद्ध आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 की धारा 51 और भारतीय दंड संहिता की धारा 188 के तहत कार्रवाई की जाएगी। साथ ही घाट व किनारे पर सेल्फी लेने पर भी प्रतिबंध लगाया है।