बड़वानीPublished: Feb 07, 2019 10:26:33 am
मनीष अरोड़ा
अभी भी बेघर परिवारों की रोड किनारे ही कट रही रातें, विधायक का दिया समय पूरा, अब भाजपा उतरेगी मैदान में, मामला ट्रेचिंग ग्राउंड के पास उजाड़े गए 45 परिवारों का
Nuts spent on the road side of homeless families
खबर लेखन : मनीष अरोरा
ऑनलाइन खबर : विशाल यादव
बड़वानी. ग्राम पंचायत बडग़ांव अंतर्गत हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी के पीछे ट्रेचिंग ग्राउंड के पास तोड़े गए अतिक्रमण के बाद बेघर हुए परिवार चार दिन से खुले में ही रातें बिता रहे हैं। इन बेघरों ने गृहमंत्री बाला बच्चन, प्रभारी मंत्री विजयलक्ष्मी साधौ से भी गुहार लगाई थी। न तो गृहमंत्री का आश्वासन काम आया न ही प्रभारी मंत्री का। छोटे-छोटे दूध मुंहे बच्चों को लेकर महिलाएं सड़क किनारे ही अपना जीवन काट रही है। भाजपा विधायक ने इस मामले में प्रशासन को तीन दिन का समय दिया था।गुरुवार से इस मामले में भाजपा अपना मोर्चा खोल सकती है। वहीं, जयस के विधायक भी उजाड़े गए लोगों से मिलने पहुंच सकते है।
ये था मामला
ग्राम पंचायत बडग़ांव के पंच द्वारा तहसीलदार को शिकायत की गई थी कि ट्रेचिंग ग्राउंड के पास शासकीय भूमि पर कुछ लोगों द्वार कब्जा कर मकान बना लिए गए है। तहसीलदार द्वारा इन्हें नोटिस भी जारी किए गए थे, लेकिन किसी ने मकान नहीं तोड़े।शनिवार को तहसीलदार ने नगर पालिका अमले के साथ मिलकर यहां करीब 40 से 45 कच्चे पक्के मकानों को तोड़ दिया। जिसके बाद से बेघर हुए लोगों का लगातार प्रदर्शन जारी है। सोमवार से बेघर हुए परिवार कलेक्टोरेट परिसर के बाहर सड़क पर डेरा डाले बैठे हैं और खुले में खाना-पीना, शौच आदि कर रहे है। इस मामले में स्थानीय विधायक प्रेमसिंह पटेल इनके पक्ष में आ चुके है और प्रशासन को निराकरण नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी भी जारी कर चुके हैं।
जयस भी मैदान में, आज आएंगे विधायक अलावा
बेघर हुए आदिवासी परिवारों के पक्ष में अब जयस भी मैदान में आ चुका है। जयस की जिलाध्यक्ष सीमा वास्कले मंगलवार को भी इन बेघर परिवारों के बीच पहुंची थी और प्रभारी मंत्री को इस मामले से अवगत भी कराया था। कांगे्रस से मनावर विधायक व जयस के कार्यकर्ता हीरालाल अलावा भी इस मामले में अपनी रूची दिखा रहे है। वे बुधवार को बेघर हुए परिवारों के समर्थन में बड़वानी आने वाले थे, लेकिन किसी कारण से नहीं आ पाए। अब वे गुरुवार को बड़वानी पहुंचेंगे और इस मामले में कलेक्टर से चर्चा करेंगे।
ठंड और धूप में रहने को मजबूर मासूम
पूरे घटनाक्रम को हुए चार दिन हो चुके है। इस मामले में अभी तक अधिकारियों ने कोई भी रूची नहीं दिखाई है। उजाड़े गए परिवार अब तक खुले में ही अपना जीवन यापन कर रहे हैं। इन परिवारों में करीब 15 बच्चे ऐसे है जो एक साल से कम उम्र के है। खुले में ठंड और गर्मी से इन बच्चों के स्वास्थ्य पर खराब असर भी पड़ रहा है।सोमवार को ही एक विधवा महिला सीताबाई की तबीयत खराब होने से उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। महिला का कोई अन्य रिश्तेदार नहीं होने से उजाड़े गए परिवार के लोग ही उसकी देख रेख कर रहे है।
ये रहा पूरा घटनाक्रम
-शनिवार को प्रशासन और नपा अमले ने ट्रेचिंग ग्राउंड के पास 45 मकान तोड़े।
-शनिवार को उजाड़े गए परिवारों ने वहीं पर खुले में रात बिताई।
-रविवार को उजाड़े गए परिवार स्थानीय विधायक प्रेमसिंह पटेल के पास पहुंचे।
-रविवार को बड़वानी आए गृहमंत्री बाला बच्चन के सामने भी गुहार लगाई गई।
-सोमवार को उजाड़े गए लोगों ने कलेक्टोरेट परिसर के गेट पर धरना प्रदर्शन किया।
-स्थानीय विधायक पे्रमसिंह पटेल भी इन परिवारों के साथ कलेक्टर से मिलने पहुंचे।
-कलेक्टोरेट में जमकर हंगामा भी हुआ, विधायक ने तीन दिन का समय दिया।
-सोमवार शाम को कलेक्टोरेट परिसर में प्रशासन ने धारा 144 लागू कर दी।
-मंगलवार को बड़वानी पहुंचीं प्रभारी मंत्री साधौ के वाहन को लोगों ने घेरा।
-बुधवार दिनभर भी लोग खुले में बैठे रहे, स्थानीय विधायक प्रेमसिंह पटेल मिलने पहुंचे।
नहीं हुआ निराकरण तो देंगे धरना
प्रशासन को तीन दिन का समय दिया गया था। बुधवार को कलेक्टर से मिलने भी गया था, लेकिन वो मिले नहीं। गुरुवार को दोबारा मुलाकात के लिए जाएंगे। यदि गरीबों की समस्या का निराकरण नहीं हुआ तो हम कलेक्टोरेट के बाहर धरना प्रदर्शन करेंगे।
पे्रमङ्क्षसह पटेल, विधायक बड़वानी
हल निकालने का कर रहे प्रयास
मैं बैठक के लिए इंदौर आया हुआ हूं। गुरुवार को इन लोगों की समस्या का हल निकालने का प्रयास किया जाएगा। जल्द से जल्द इन लोगों की समस्या को दूर किया जाएगा।
अमित तोमर, कलेक्टर