scriptFire – एनवीडीए के भवन में आग, हजारों दस्तावेज खाक | NVDA bhavan fire, thousands of documents destroyed | Patrika News

Fire – एनवीडीए के भवन में आग, हजारों दस्तावेज खाक

locationबड़वानीPublished: Nov 03, 2020 12:55:20 pm

Submitted by:

tarunendra chauhan

आग लगने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस और फायर फायटरडूब प्रभावितों ने घेरा दफ्तर

fire

fire

बड़वानी. शहर के वैष्णोदेवी मंदिर की तलहटी में कर्मचारी कॉलोनी स्थित एनवीडीए के बंद पड़े पुराने सब डिवीजन कार्यालय के भवन में सोमवार सुबह अचानक आग लग गई। आग लगने से यहां रखे पुराने कागजात जलकर खाक हो गए। भवन से धुंआ उठता देख लोगों ने इसकी सूचना पुलिस और फायर फायटर को दी। इसके बाद फायर फायटर ने मौके पर पहुंच आग पर काबू पाया गया। आग पर काबू पाने तक यहां रखे अधिकांश कागज जल चुके थे। इस दौरान सीएमओ कुशलसिंह डोडवे व कोतवाली के एसआई नेपालसिंह चौहान भी पुलिस बल के साथ पहुंचे। फायर कर्मियों ने खिड़की से आग बुझाने का प्रयास किया, लेकिन सफल नहीं हुए। इस दौरान मौके पर मौजूद एनवीडीए-पीडब्ल्यूडी के एसडीओ व कर्मियों के पास कार्यालय के चैनल गेट की चाबी नहीं मिलने पर हथोड़े से ताला तोड़ कमरे में ढेर के रुप में जलते दस्तावेजों की आग बुझाई। बंद पड़े भवन में आग लगने से अधिकांश दस्तावेज खाक
हो गए।

जिस भवन में आग लगी है, वह काफी समय से बंद पड़ा है। मौके पर पहुंचे विभाग के एसडीओ के ने बताया कि कार्यालय भवन करीब 15 वर्ष पूर्व तक संचालित होता था। इसके बाद स्टोर रुम के रुप में तब्दील हो गया। फिलहाल यहां जो दस्तावेज रखे थे, वो खंडवा जिले के पुनर्वास संबंधित बताए गए हैं, जो किसी काम के नहीं थे।

भ्रष्टाचार छुपाने का हो सकता है प्रयास: उधर नबआं के राहुल यादव ने इस अग्निकांड को भ्रष्टाचार से जोड़ते हुए कहा कि सरदार सरोवर बांध व इंदिरा सागर परियोजना में भ्रष्टाचार का मामला कोई नया नहीं है। हाल ही में कलेक्टर ने इंदिरा सागर नहर मामले में दो बड़े भ्रष्टाचारों का खुलासा किया है। ऐसे में इस कार्यालय में रखे बड़ी मात्रा में दस्तावेज आग से खाक होना भ्रष्टाचार छुपाने का प्रयास हो सकता है, इसकी जांच करवाकर भ्रष्ट अधिकारियों को निलंबित किया जाना चाहिए।

इधर.. डूब प्रभावितों ने घेरा कार्यालय
सरदार सरोवर की बांध के बैक वाटर की डूब आने के बाद डूब गांवों के कई लोगों का पुनर्वास नहीं हुआ है। ऐसे में लोग टीनशेड में रहने को मजबूर है। पिछले दो सालों से टीनशेड में रहने वाले प्रभावित समस्याओं के बीच अपना जीवन यापन कर रहे हैं। सोमवार को इन्होंने एनवीडीए कार्यालय का घेराव कर पूर्ण पुनर्वास की मांग की। कार्यालय का घेराव करने पहुंचे डूब प्रभावितों ने मकान बनाने के लिए 5 लाख 80 हजार की मांग करते हुए उन्हें सुविधाएं प्रदान करने की बात की। इन्होंने कहा कि बिना पुनर्वास का आई डूब गैरकानूनी है और बिना पुनर्वास डूब उन्हें मंजूर नहीं है। घेराव के दौरान नर्मदा बचाओ आंदोलन के कमला यादव, कैलाश यादव, कुंवरसिंह, धनराज आवस्या, समोती बाई, राहुल यादव सहित ग्राम अवल्दा, कुकरा-राजघाट, जांगरवा, धनोरा, नंदगांव, पिछोड़ी, जामदा, बिजासन, कसरावद, भवती, मोहीपुरा, छोटा बड़दा, कुंडिया, बगूद, सोंदूल आदि गांव के लोग शामिल थे।

भवन में आग लगी है, वहां 2001-02 का रेकार्ड था, उसमें सभी अनुपयोगी कागजात ही थे। वहां काम के कोई कागज नहीं था। ये पुनर्वास डिवीजन था, उसका सब डिवीजन वहां लगता था। बाद में वह कार्यालय हमारे यहां शिफ्ट हो गया। वहां पर काम के कोई कागजात नहीं थे। इस संबंध में एसडीएम ने सुबह पंचनामा बना लिया है।
एसएस चंगौड़, एनवीडीए

ट्रेंडिंग वीडियो