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कोरोना के साथ बढ़ा डेंगू-मलेरिया का प्रकोप, लोग हो रहे बीमार

locationबड़वानीPublished: Oct 19, 2020 06:36:40 pm

Submitted by:

vishal yadav

नगर पालिका ने शुरु करवाई मुनादी, फॉगिंग-छिड़काव होगा शुरु, कलेक्टोरेट में हुई स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक, दिए निर्देश

 Outbreak of dengue and malaria in Barwani district

Outbreak of dengue and malaria in Barwani district

बड़वानी. कोरोना काल से अस्त-व्यस्त जनजीवन अनलॉक में पटरी पर लौटने लगा है। वहीं बारिश के बाद जिले में डेंगू और मलेरिया का प्रकोप बढऩे लगा है। ऐसे में अब लोगों को अधिक सावधानी बरतना होगी। हालांकि बीते वर्षांे के मुकाबले जिले में मलेरिया का ग्राफ कम हुआ हैं, लेकिन इस वर्ष बेहतर बारिश से इसके फैलने का खतरा बढ़ गया है। वहीं जिले में गत वर्ष सितंबर के बाद एक भी डेंगू मरीज नहीं पाया गया है।
देश-प्रदेश में डेंगू के बढ़ते दंश से जिले में प्रशासन अलर्ट हो गया है। स्वास्थ्य अमला अपनी तैयारी कर रहा है। वहीं नगर पालिका द्वारा शहर में मुनादी करवाकर डेंगू-मलेरिया से बचाव के लिए लोगों से आह्वान किया जा रहा है। जिले में इस वर्ष औसत से अधिक बारिश दर्ज की गई है। इससे जलस्रोतों की स्थिति बेहतर है। मलेरिया विभाग द्वारा डेंगू-मलेरिया के मच्छरों से बचाव के लिए गत माह जिले के स्थाई व अस्थाई जलस्रोतों में दो लाख से अधिक गंबूशिया मछली डाली गई है। वैसे इस वर्ष अब तक जिले में महज पांच मलेरिया मरीज पाए गए है। बावजूद विभाग व स्वस्थ्य अमले ने इसे फैलने से रोकने के लिए प्रयास शुरु कर दिए है।
36 में से 34 की जांच डेंगू पॉजिटिव नहीं आई
कलेक्टोरेट में सोमवार को स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक हुई। इस दौरान कलेक्टर शिवराजसिंह वर्मा ने सभी प्रायवेट चिकित्सा संस्थानों को निर्देशित किया है कि वे अपने संस्थानों में रेपिड कार्ड जांच के दौरान संभावित डेंगू पाए गए रोगियों के सैंपल की जांच, जिला चिकित्सालय में स्थापित ऐलिजा के माध्यम से करवाना सुनिश्चित करे। ताकि संभावित डेंगू रोगियों को डेंगू है या नहीं यह सुनिश्चित हो सके।
ठीकरी-कुक्षी क्षेत्र के पाए गए दो मरीज
सीएमएचओ डॉ. अनिता सिंगारे और मलेरिया अधिकारी डॉ. शेख ने प्रायवेट चिकित्सा संस्थानों भर्ती संभावित डेंगू रोगियों के फिर से सेंपल जांच के दौरान पाया गया था कि 36 संभावित रोगियों में से मात्र दो लोगों की जांच ही ऐलिजा जांच के दौरान पाजिटिव पाई गई। जबकि शेष 34 रिपोर्ट निगेटिव प्राप्त हुई है। यह स्थिति इसलिए उत्पन्न होती है क्योकि डेंगू की शत प्रतिशत सही जांच ऐलिजा टेस्ट के माध्यम से ही होती है। और यह जांच जिला चिकित्सालय में ही होती हैं। इस जांच के माध्यम से 7-8 घंटों में ही रिपोर्ट प्राप्त हो जाती है। जिन दो लोगों की रिपोर्ट पाजिटिव प्राप्त हुई है उसमें एक ठीकरी का और दूसरा रोगी कुक्षी क्षेत्र के एक गांव का था।
चलाया जाएगा लार्वा सर्वे अभियान
बैठक के दौरान कलेक्टर ने स्वास्थ्य विभाग व डूडा के अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे नगरीय क्षेत्रों में टीम बनाकर लार्वा सर्वे अभियान चलाए। इस दौरान लोगों के घरों की पानी की टंकियों, कूलरों या घर के आस-पास भरे हुए पानी के खंडों में लार्वा सर्वे कर लोगों को जागरूक करेंगे। वहीं फागिंग मशीन के माध्यम से नियमित धुआं करवाएंंगे। वहीं जिनके पानी की टंकियों, कूलरों में डेंगू के लार्वा मिले, उन पर जुर्माना भी लगाकर वसूलने की कार्रवाई की जाए।
सफल रहा मच्छरदानी वितरण प्रयोग
जिला मलेरिया अधिकारी वसीम शेख ने बताया कि वर्ष 2015-16 के दौरान जिले में मलेरिया का अधिक प्रभाव रहा था। इसके बाद विभाग द्वारा स्वस्थ्य अमले की सहायता से जिलेभर में दो लाख से अधिक कीटनाशकयुक्त मच्छरदानियां वितरित की थी। मलेरिया पर काबू करने के लिए यह प्रयास काफी सफल रहा है। इससे बीते तीन वर्षांे में लगातार मरीजों में कमी आई है। वहीं इस वर्ष अब तक महज पांच मरीज पाए गए है। जबकि डेंगू की जिले में कोई संभावना नहीं है।
जिला अस्पताल में होता हैं ऐलिजा टेस्ट
जिले में अब तक डेंगू का सिर्फ एक केस सामने आया है। इसके बाद एक वर्ष से कोई संक्रमित नहीं मिला है। संभावित डेंगू मरीज की जांच के लिए जिला अस्पताल में ऐलिजा टेस्ट जांच होती है। इसके बाद मरीज को पॉजिटिव माना जाता है। हालांकि निजी अस्पतालों में रेपिड माध्यम से डेंगू की जांच होती हैं, उसमें पॉजिटिव आने पर भी, शासन की गाइड लाइन अनुसार मरीज को संभावित माना जाता है। इसके बाद उसकी जिला अस्पताल में जांच करवाकर कंफर्म किया जाता है।
पांच वर्ष में ऐसे कम हुआ मलेरिया
वर्ष- पॉजिटिव
2016- 522
2017- 172
2018- 78
2019- 32
2020- 05
इस तरह करे बचाव
-छत व घर के आसपास अनुपयोगी सामग्री में पानी जमा ना होने दे
-सप्ताह में एक बार अपने टीन, डिब्बा, बाल्टी आदि का पानी खाली करे।
-कूलर को सप्ताह में एक बार खाली कर पानी भरे।
-पानी के बर्तन, टंकियों को ढांककर रखे।
-हैंडपंप केआसपास पानी एकत्रित ना होने दे।
-घर के आसपास के गड्डों को मिट्टी से भर दे।
ये लक्षण है तो तुरंत अस्पताल जाएं
डेंगू, मलेरिया का प्रकोप मच्छरों के काटने से होता है। बारिश के बाद मच्छरों की भरमार अधिक होती है। ऐसे में लापरवाही बरतना परेशानी में डाल सकता है। खासकर डेंगू होने पर बुखार के साथ हाथ पैरों में तेज दर्द होता है। प्लेटलेट्स कम होने से शरीर में कमजोरी आती है तो पूरे शरीर में दर्द होता है। वहीं मलेरिया में सर्दी के साथ बुखार आने लगता है। बैचेनी-घबराहट के साथ सिर दर्द होता है। ऐसे लक्षण होने पर तुरंत अस्पताल जाकर चिकित्सक से परमार्श लेना चाहिए और उपचार करवाना चाहिए।

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