scriptपुलिया से जा टकराया पिकअप वाहन, 14 लोग घायल, तीन की मौत | Pick-up vehicle collides with bridge, 3 killed in barwani | Patrika News

पुलिया से जा टकराया पिकअप वाहन, 14 लोग घायल, तीन की मौत

locationबड़वानीPublished: Jan 19, 2019 01:55:52 am

झाकर के पुजारिया फलिया में विवाह के पैसे देने आए थे। पैसे देकर लौटते समय ये हादसा हो गया।

Pick-up vehicle collides with bridge, 3 killed in barwani

Pick-up vehicle collides with bridge, 3 killed in barwani

निवाली. नगर के समीप खेतिया-सेंधवा स्टेट हाईवे पर शुक्रवार रात्रि को एक पिकअप वाहन पुलिया से जा टकरार्ई। इसमें १४ लोग गंभीर घायल हुए है। तीन लोगों की मौत हुई है। जानकारी के मुताबिक हादसे में सागर कालू, सुनील राजाराम, आपसिंह गंभीर अवस्था में बड़वानी रेफर किया है।
घायलों को प्राथमिक उपचार के लिए १०८ वाहन और एंबुलेंस की सहायता से स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाए। जहां स्वास्थ्य टीम ने उनका इलाज किया। हादसे में शांतिलाला गेंदराम, कालिका पिता शांतिलाल और एक अन्य की मौत हो गई। घटना के बाद थाना प्रभारी मोहन डावर पूरे स्टाफ के साथ मौके पर पहुंचे। ये सभी निवासी महाराष्ट्र धामापाड़ा के थे। वे नगर के समीप झाकर के पुजारिया फलिया में विवाह के पैसे देने आए थे। पैसे देकर लौटते समय ये हादसा हो गया।
…इधर अवैध रेत से भरे ट्रैक्टर ने दो बाइक सवारों को मारी टक्कर, चालक फरार
बड़वानी. शहर सहित आसपास क्षेत्रों में अवैध रेत का परिवहन जारी है। पुलिस की लगातार कार्रवाईयों के बाद भी लगाम बेअसर दिखाई दे रही है। वहीं खनिज विभाग ने तो एक ही जवाब रटा हुआ है कि रेत की खदानें पंचातयों के अधिन कर दी है। हम कोई कार्रवाई नहीं कर सकते हैं। नतीजा ये है कि लोग दुर्घटना के शिकार हो रहे हैं, कार्रवाई नहीं होने से रेत माफियाओं के हौंसले बुलंद है।
शुक्रवार को शहर से सटे गांव भामटा में अवैध रेत से भरे ट्रैक्टर ने दो बाइक सवार को टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जोरदार थी कि दोनों बुरी तरह घायल हो गए। उन्होंने उपचार के लिए जिला अस्पताल लाया गया। बाइक सवार मुन्ना पिता सीताराम निवासी अमलाली और मोहन पिता पुनमचंद्र ने बताया कि वह निजी काम से बड़वानी आ रहे थे। तभी भामटा के पास एक रेत से भरे ट्रैक्टर ने तेज गति और लापरवाहीपूर्वक चलाते हुए टक्कर मार दी। हालांकि घटना के बाद चालक मौके से फरार हो गया।
कार्रवाई के तीन-चार दिन तक पुलिस का खौफ
शहर में अवैध रेत परिवहन को रोकने के लिए पुलिस द्वारा समय-समय पर कार्रवाई की जाती है, लेकिन इसका खौफ तीन से चार दिन तक दिखाई देता है। इसके बाद रेत माफियाओं के हौंसले वापस बुलंद हो जाते हैं। ट्रैक्टर चालक भी कार्रवाई से बचने के लिए तेज गति से ट्रैक्टर दौड़ाते नजर आते हैं।
रोजाना चार से पांच मामले अस्पताल पहुंच रहे हैं
जिला अस्पताल में रोजाना चार से पांच मामले ट्रैक्टर दुर्घटना के पहुंच रहे हैं। डॉक्टर दीपक अवास्या ने बताया कि उनकी ड्यूटी में अधिकतर केस ट्रैक्टर की चपेट में आने वाले रहते हैं। अभी मामलों में बढ़ोतरी भी देखी गई है। इस संबंध में जल्द ही कोई बेहतर कदम उठाएंगे।
आगे: राजसात की कार्रवाई
शहर में धड़ल्ले से हो रहे अवैध रेत परिवहन को रोकने के लिए पुलिस जल्द ही स त कदम उठाने वाली है। टीआई ने बताया कि ट्रेक्टरों के खिलाफ राजसात की कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए प्रकरणों की जानकारी मंगवाई जा रही है।

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