बड़वानीPublished: Oct 20, 2020 06:41:09 pm
vishal yadav
जिले के पाटी क्षेत्र के रामगढ़ किले की दिवार से दिया था वारदात को अंजाम, रुपयों के लेने-देन को लेकर चल रहा था विवाद, आरोपी ने बेची थी चोरी की सीमेंट
Police arrested the accused who pushed two youths into the ditch
बड़वानी. जिले के पाटी क्षेत्र में रामगढ़ किले की दिवार से खाई में गिरने के बाद हुई दो युवकों की मौत के मामले का खुलासा पुलिस ने कर दिया है। दोनों युवक सेल्फी लेने के चक्कर में खाई में नहीं गिरे थे, जबकि उनके साथ गए एक युवक ने ही दोनों को खाई में धक्का दे दिया था। आरोपी पुल निर्माण कार्य में सुपरवाइजरी को काम करता है और उसने डही निवासी युवक को 200 बोरी सीमेंट चोर कर बेची थी। चोरी हुई सीमेंट की बोरियों की राशि को लेकर इनमें विवाद चल रहा था। मृतक आरोपी को रुपए नहीं दे रहा था और चोरी की बात सभी को बताने की धमकी दे रहा था। उसी बात को लेकर आरोपी डही निवासी दोनों युवकों को रामगढ़ किले पर ले गया और खाई में धक्का दे दिया। इसके बाद आरोपी ने ही पुलिस को दोनों युवकों के खाई में गिरने की सूचना भी दी।
पुलिस कंट्रोल रूम में मंगलवार को किया खुलासा
हत्या के इस मामले का खुलासा पुलिस अधीक्षक निमिष अग्रवाल ने मंगलवार को पुलिस कंट्रोल रूम पर किया। उन्होंने बताया कि आरोपी शांतिलाल पिता गोपाल निवासी गंधावल अपने दोस्तों दिनेश पिता तिरला व बंटी उर्फ पिंटू पिता वेस्ता दोनों निवासी डही जिला धार को 31 अगस्त को रामगढ़ घुमाने के लिए ले गया। इस दौरान इनके साथ बुधी निवासी वीरेंद्र पिता हजारिया भी था। आरोपी ने डही निवासी दोनों युवकों को रामगढ़ किले की दिवार से धक्का देकर खाई में गिरा दिया। वहीं वीरेंद्र को भी धमकी दी कि घटना के बारे में किसी को बताया तो उसे भी मार देगा। घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी शांतिलाल अपने गांव गंधावल चले गया। घटना के करीब चार घंटे बाद शाम 4 बजे आरोपी फिर रामगढ़ गया और उसने युवकों के सेल्फी लेने के दौरान खाई में गिरने की जानकारी डायल 100 को दी। इसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंच युवकों की तलाश प्रारंभ की।
दूसरे दिन मिले दोनों के शव
घटना वाले दिन शाम के समय अंधेरा हो जाने से पुलिस दोनों युवकों के शवों को खाई में नहीं ढूंढ पाई। इसके बाद पुलिस ने दूसरे दिन 1 सितंबर को दोनों युवकों के शव खाई से बरामद किए। घटना को लेकर जब पुलिस ने तफ्तीश शुरू की तो शांतिलाल और वीरेंद्र के बयान लिए तो मामला संदेहास्पद लगा। इसके बाद पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच शुरू की तो मामले का खुलासा हुआ। आरोपी शंातिलाल ने बताया कि वह ग्राम टेमरिया तहसील डही में पुलिया निर्माण के कार्य में सुपरवाईजरी करता है। उसने वहां से 200 बोरी सीमेंट चुराकर डही निवासी दिनेश को बेचने के लिए दी। इसकी एवज में उसे दिनेश से 20 हजार रुपए लेना थे। आरोपी ने जब दिनेश से रुपयों की मांग की तो वह मुकर गया और चोरी की बात ठेकेदार को बताने की धमकी दी। साथ ही पुलिस में रिपोर्ट करने के लिए भी धमकाने लगा। इस पर आरोपी शांतिलाल का माथा ठनका और उसने दोनों युवकों को रामगढ़ बुलाकर उन्हें खाई में धक्का दे मौत के घाट उतार दिया।
कार्रवाई में इनका रहा सहयोग
मामले का खुलासा एसडीओपी रुपरेखा यादव के निर्देशन में गठित टीम के पाटी थाना प्रभारी सहित बोकराटा चौकी प्रभारी पिंकी सिसोदिया, वैज्ञानिक अधिकारी बीएस बघेल, एसआई वीरेंद्र बरड़े, साइबर प्रभारी रितेश खत्री, साइबर आरक्षक योगेश पाटील, अरुण मुजाल्दे, आरक्षक विशाल, प्रधान आरक्षक अनिल दासोंधी, दीलिप, कृष्णा आर्य, दिवानसिंह, आरक्षक प्रवीण, पवन, सुरेश, संजय सोलंकी, जयेश, मोहित, अशोक का सहयोग रहा।