बड़वानीPublished: Oct 23, 2018 10:54:31 am
मनीष अरोड़ा
बारुद और सूखी गीली हिंगोट जब्त, आरोपी गिरफ्तार, खतरनाक हिंगोट बम पर है प्रतिबंध, पुलिस ने 800 हिंगोट के साथ पांच किलो बारुद भी किया जब्त
Police arrested the young man making hingot
ऑनलाइन खबर : विशाल यादव…
बड़वानी. हिंगोट युद्ध पर देश भर में प्रतिबंध लगाने की कवायद कई साल पहले की गई थी। बड़वानी शहर की गलियों में भी अघोषित तौर पर खतरनाक हिंगोट युद्ध खेला जाता था। शहर में कई लोगों के जख्मी होने, आगजनी होने की घटनाओं के बाद हिंगोट पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया गया था। लेकिन दीपावली के वक्त में कई लोग अभी भी दबे छुपे हिंगोट बम बनाते हैं। इसे देखते हुए पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर पानवाड़ी में दबिश दी और एक व्यक्ति को हिंगोट बनाते हुए पकड़ा। पुलिस ने आठ सौ हिंगोट और पांच किलो बारुद जब्त कर युवक को गिरफ्तार किया है।
ये है मामला
पुलिस थाना कोतवाली टीआई राजेश यादव के मुताबिक मुखबिर से सूचना मिली थी कि पानवाड़ी में गोलू नाम का युवक अवैध रूप से हिंगोट बना रहा है। इसके बाद इसकी सूचना आला अधिकारियों को दी गई। एसपी विजय खत्री और एएसपी ओंकार सिंह कलेश के निर्देशन और टीआई यादव के नेतृत्व में एक टीम बनाई गई। जिसमें एएसआई आरके लौवंशी, गजेंद्रसिंह ठाकुर, आरक्षक जगजोध, योगेश, शैैलेंद्र, संदेश सहित अन्य पुलिसकर्मियों को शामिल किया गया। टीम पानवाड़ी पहुंची और करीब 20 वर्षीय गोलू पिता गुड्डू के घर दबिश दी। यहां पुलिस ने हिंगोट और हिंगोट बनाने में इस्तेमाल अन्य सामग्री जब्त की। साथ ही गोलू को गिरफ्तार कर लिया गया। थाने पर हिंगोंट की गिनती की गई, जिसमें बारुद से भर कर तैयार की गई करीब 333 हिंगोट के अलावा 440 हिंगोट गीली (कच्ची) और पांच किलो बारुद दर्ज किया गया। पुलिस ने हिंगोट बनाने में उपयोग होने वाली अन्य सामग्री भी जब्त की है।टीआई यादव के मुताबिक आरोपी से पूछताछ की जा रही है। उसे मंगलवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा।
जानलेवा है हिंगोट
जानकारों का कहना है कि हिंगोट एक तरह का फल होता है। इसे कच्चा तोड़कर लाया जाता है। इसके बाद एक तरफ से बारीक सुराख करके उसके अंदर का सारा गुदा बाहर निकाल दिया जाता है। जब वह अंदर से पूरा खाली हो जाता है तब उसमें बारुद और अन्य सामग्री मिलकर का सुराख को बंद कर दिया जाता है। जब इसे चलाया जाता है तो यह तेज रफ्तार से जाती है और जिसे भी लगती है गंभीर रूप से घायल कर देती है। शहर में कई वर्षों पहले भी हिंगोट के कारण कई लोग गंभीर तौर पर जख्मी हो चुके हैं। देश के विभिन्न हिस्सों में कई मौतें भी हो चुकी है। इससे विवाद की स्थिति भी कई बार बनती है। ऐसे में इसपर प्रतिबंध लगाया गया था। इधर आचार संहिता के बीच दीपावली होने से भी एसपी विजय खत्री ने पुलिस अधिकारियों को इस संबंध में चोकस रहने और कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे।