Deranged news - बड़वानी में मांगी भीख, ग्वालियर पहुंचे तो बैच के अधिकारियों ने पहचाना
सेंधवा में रहने के बाद ग्वालियर पहुंचे जहां उनके बैच के अधिकारियों ने उन्हें पहचान लिया

बड़वानी. प्रदेश में बहुचर्चित हो चुकी ग्वालियर में विक्षिप्त हालत में मिले पुलिस अधिकारी की कहानी सेंधवा से भी जुड़ रही है। यह पुलिस अधिकारी कुछ माह पहले तक सेंधवा की सड़कों पर घूमते थे। जब सोशल मीडिया पर इस व्यक्ति के पुलिस अधिकारी होने की जानकारी वायरल हुई, तब जाकर इस बात का खुलाासा हुआ। इस पुलिस अधिकारी का नाम मनीष मिश्रा बताया जा है।
नगर के कई लोगों ने बताया कि जो विक्षिप्त ग्वालियर में मिला और जिसे डीएसपी बताया जा रहा है। वह करीब डेढ़ वर्ष पहले तक सेंधवा की सड़कों पर भीख मांगते थे। पुराना बीएस स्टैंड पर फोटोकॉपी दुकान संचालक शरद कानूनगो ने बताया कि जिस विक्षिप्त व्यक्ति के पुलिस अधिकारी होने की खबर सोशल मीडिया पर चल रही है। वह पुराना बस स्टैंड पर कई महीने तक घूमता दिख चुका है। पुराना बस स्टैंड पर दुकान संचालित करने वाले कैलाश ने बताया कि व्हाट्सअप पर विक्षिप्त की फोटो देखकर ही वह पहचान गए थे। लोगों ने बताया कि ये व्यक्ति भले की भीख मांगता था, लेकिन वह अखबार खरीदकर पढ़ता था। कुछ लोग उसका मजाक भी उड़ाते थे, तो कुछ उनसे बात करने का प्रयास करते थे। लोगों का मानना है कि सेंधवा से ही लॉकडाउन या उससे पहले ये वह पैदल या अन्य किसी साधन से ग्वालियर पहुंच गए।
सामाजिक संस्था कराती थी भोजन
सेंधवा में कई महीनों तक उनके एक समय की भोजन की व्यवस्था सामाजिक संस्था आसरा फाउंडेशन द्वारा की जाती थी। संस्था के संचालक विजय शर्मा ने बताया कि नोटबंदी के दौरान ये व्यक्ति सेंधवा के पुराना बस स्टैंड किला गेट या गुरुद्वारे के पास हमें मिलता था। हमेशा इसे हम भोजन के 2 पैकेट देते थे। विजय ने बताया कि भले ही ये व्यक्ति मानसिक रोगी बताया जा रहा हो, लेकिन ऐसी कोई बात बातचीत के दौरान पता नहीं चलती।
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