बड़वानीPublished: Dec 23, 2018 10:45:58 am
मनीष अरोड़ा
32 प्रतिशत लोग बनवा चुके संबल का कार्ड, 37 प्रतिशत लाइन में, दो सौ रुपए बिजली बिल के साथ मिलता है कई योजनाओं का लाभ, सैकड़ों अपात्र, नगर पालिका ने कहा झूठे शपथ-पत्र देने वाले खुद जिम्मेदार
Poor, laborers taking advantage of 70 percent population schemes
खबर लेखन : मनीष अरोरा
ऑनलाइन खबर : विशाल यादव
बड़वानी. विधानसभा चुनाव के पहले असंगठित श्रमिकों को लुभाने के लिए तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने मुख्यमंत्री जन कल्याण संबल योजना आरंभ की थी। योजना के तहत पंजीकृत मजदूरों को कई लाभ दिए जाने थे। गरीबों तक पहुंचने वाली योजना कई अपात्रों तक भी पहुंच गई। जिले की बात की जाए तो जिले की 70 प्रतिशत जनता संबल योजना का लाभ लेने के लिए गरीब मजदूर बन रही है। वर्तमान में 32 प्रतिशत आबादी संबल हो चुकी है और 37.97 प्रतिशत आबादी के आवेदन पेंडिंग पड़े हुए है। वहीं, 14.49 प्रतिशत लोग इस योजना का लाभ वर्तमान में उठा रहे है।
जिले की साढ़े 13 लाख की आबादी में से साढ़े 9 लाख परिवारों ने संबल योजना के लिए आवेदन दिया था। जिसमें से 4.41 लाख लोगों का पंजीयन हो चुका है और इसमें से करीब दो लाख परिवारों को योजना अंतर्गत लाभ दिए जा रहे है। करीब सवा पांच लाख लोगों के आवेदन दो नगर पालिका और पांच नगर परिषदों सहित पंचायतों में पेंडिंग पड़े है। अब सवाल ये उठता है कि साढ़े 9 लाख की आबादी गरीब है तो क्या जिले में चार लाख की आबादी ही मध्यम और उच्च वर्ग में शामिल है। अगर ऐसा है तो फिर ये जिले के लिए बहुत ही गंभीर सोचनीय विषय है।
सरकार के दबाव में सबके आवेदन पंजीकृत
तत्कालीन सरकार का सोचना था कि ज्यादा से ज्यादा गरीबों को योजना का लाभ मिलने से उनकी सरकार को दोबारा मौका मिल जाएगा, लेकिन हुआ इसका उल्टा और सरकार बदल गई।चुनाव के ठीक पहले आई इस योजना को लेकर सरकार का सभी अधिकारियों पर दबाव था कि जितने ज्यादा हो सके उतने गरीबों का पंजीयन हो जाए। हालांकि तत्कालीन मुख्यमंत्री ने ये भी कहा था कि हितग्राही को शपथ पत्र भी देना होगा और यदि उसने गलत शपथ पत्र दिया है तो उसके खिलाफ कार्रवाई भी की जाएगी। इसके जिम्मेदार हमारे अधिकारी या कर्मचारी नहीं रहेंगे। यहीं कारण रहा कि अधिकारियों और कर्मचारियों ने लक्ष्य पूरा करने के लिए अधिक से अधिक पंजीयन योजना के तहत कर दिए, जिसमें कई अपात्रों ने भी योजना का लाभ लिया।
ये मिलता है संबल योजना का लाभ
-सरल बिजली बिल अंतर्गत 200 रुपए प्रतिमाह में बिजली
-असंगठित श्रमिक की सामान्य मौत पर 2 लाख रुपए का अनुदान
-असंगठित श्रमिक की दुर्घटना में मौत पर 4 लाख रुपए की राशि
-असंगठित श्रमिक की मौत पर तत्काल 5 हजार रुपए अंत्येष्टी के लिए
-पंजीकृत परिवार की महिला को डिलीवरी के पूर्व जांच के लिए 4 हजार रुपए
-महिला की डिलीवरी के बाद 12 हजार रुपए की राशि
-पंजीकृत परिवार में राज्य बीमारी सहायता योजना में 2 लाख तक फ्री इलाज
-पंजीकृत मजदूर की दुर्घटना या किसी कारण से स्थाई अपंगता पर 2 लाख रुपए
-पंजीकृत परिवार की संतान की उच्च शिक्षा की व्यवस्था
-अपना व्यवसाय शुरू करने के लिए 5 से 10 हजार रुपए की सहायता
हमें लक्ष्य से कम पंजीयन पर मिला नोटिस
सरकार का आदेश था कि ज्यादा से ज्यादा पंजीयन किए जाए। हो सकता है कुछ अपात्रों के पंजीयन भी हो गए हो, लेकिन जितने आवेदन आए थे, सभी का पंजीयन करना था। बड़वानी नगर पालिका ने तो 29 प्रतिशत लक्ष्य ही पूरा किया था, जिसके कारण हमें कमिश्नर द्वारा नोटिस भी जारी किया गया था। योजना में आगे जो भी दिशा निर्देश होंगे उसके अनुसार काम किया जाएगा। गलत शपथ पत्र देने वालों के खिलाफ एफआईआर का भी प्रावधान है।
कुशलसिंह डोडवे, सीएमओ बड़वानी नगर पालिका
फैक्ट फाइल…
1379060 जिले की आबादी (2011 के अनुसार)
441460 लोगों का हुआ है संबल में पंजीयन
199929 परिवारों को मिल रहा संबल का लाभ
523744 लोगों के आवेदन विभिन्न निकायों, जनपद में पेंडिंग
55498 लोगों के आवेदन हुए थे निरस्त