बड़वानी

शाही पालकी में सवार होकर भक्तों का हाल जानेंगेे राजाधिराज

अंतर्राज्जीय दलों की प्रस्तुतियां रहेंगी आकर्षण का केंद्र: श्रावण समाप्ति पर 37 वर्ष से निकल रहा हैं शिव डोला

बड़वानीAug 12, 2018 / 01:48 am

राहुल गंगवार

Rajdhiraj will know about the devotees in the royal palanquin

बड़वानी. श्रावण समाप्ति के अवसर पर शहर के श्रीरामकुल्लेश्वर महादेव भक्तों का हाल जानने निकलेंगे। आयोजन समिति द्वारा 27 अगस्त को भव्य शिव डोला निकाला जाएगा। इसे लेकर शनिवार को श्री गौड़ मालवीय ब्राह्मण समाज धर्मशाला में आवश्यक बैठक हुई। इस बार शिव डोला में देश.प्रदेश की अंतर्राज्जीय मंडलियां अपनी प्रस्तुतियां देंगी। शहर के गुरुद्वारा से लेकर कारंजा चौराहा तक डिवाईडर पर शिव डोला की पताकाएं लगाई जा चुकी है।
शिव डोला उत्सव समिति के तत्वावधान में 27 अगस्त की दोपहर बावनगजा मार्ग स्थित मंदिर से राजाधिराज को पालकी में सवार कर शहर भ्रमण कराया जाएगा। शिव डोला रानीपुरा हनुमान मंदिर, योग माया मंदिर, लक्ष्मी गेस्ट हाऊस, तुलसीदास मार्ग, झंडा चौक, रणजीत चौक, एमजी रोड़, मोटीमाता चौक, बाबा रामदेव मंदिर, पालाबाजार, चंचल चौराहा एवं फिटवेल चौराहा व रानीपुरा होकर गुजरेगा। देर रात्रि पुन मंदिर प्रांगण में पहुंच महाआरती व प्रसादी बांटी जाएगी।
ड्रेस-कोड मेंं नजर आएंगे कार्यकर्ता
शिव डोला के दौरान हजारों की संख्या में श्रद्धालु शामिल होंगे। वहीं आयोजन समिति पदाधिकारियों के साथ सैकड़ों की संख्या में कार्यकर्ता भी सेवाएं देंगे। इस बार सभी कार्यकर्ता विशेष ड्रेस कोड में नजर आएंगे। कार्यकर्ता स्वैच्छा से केसरिया कुर्ता व सफेद पायजमा(पेंट) धारण कर शामिल होंगे। डोला मार्ग पताकाओं, विद्युत सज्जा के साथ स्वागत द्वार से सज्जित किया जाएगा। वहीं सोशल मीडिया पर भी शिव डोला को लेकर प्रचार.प्रसार शुरू हो गया है।
अब हुआ विराट स्वरुप
शहर में 37 वर्षों से श्रावण के अंतिम सोमवार शिव डोला चल समारोह के रुप में निकालने की परंपरा जारी है। प्राप्त जानकारी के अनुसार पूर्व दौर में ट्रॉली पर शिव डोला निकलना शुरू हुआ था, जो बीते कुछ वर्षों से अब विराट स्वरुप में अपनी छठा बिखेरते हुए जिलेभर में अपनी पहचान बनाई है।
ये रहेगा खास
-डोले में भजनों की धुन पर श्रद्धालु थिरकेंगे
-शाही पालकी में विराजमान रहेंगे राजाधिराज
-ट्रकों के चेचिस पर सज्जि रहेगी विभिन्न झांकियां
-रास्तेभर महाप्रसादी वितरित की जाएगी
-डोले के साथ और पाइंटवार तैनात रहेगा पुलिस बल
-वॉच टॉवर, सीसीटीवी से की जाएगी चौकसी
-पुलिस.प्रशासन के अधिकारी भी रखेंगे सुरक्षा व्यवस्था पर नजर।
ये आकर्षण का केंद्र
-पश्चिम बंगाल का छऊ नृत्य दल
– आकर्षक लवाजमा (जावरा)
-नासिक के ढोल वरद विनायक ग्रुप
-60 युवकों द्वारा ढोल वादन
-शिव तांडव (बारात और अघोरी नृत्य दल, दिल्ली)
-योगेश मीणा और सपना साहू भजन गायिका ग्रुप
-आदिवासी नृत्य मंडली (आमलिया पानी)
-राधाकृष्ण व सुदामा नृत्य दल (मथुरा)
-त्रिशक्ति मां कालिका की विशेष प्रस्तुति (दिल्ली)
-बाबा राम रामकुल्लेश्वर की शाही झांकी
दो जिलों के शीर्ष प्रशासनिक अधिकारियों की हुई बैठक
नागलवाड़ी. गांव में नागपंचमी पर लगने वाले सात दिवसीय मेले की रुपरेखा निर्धारण व की जाने वाली व्यवस्थाओं को अंतिम रूप देने के लिए शनिवार को नागलवाड़ी में बड़वानी जिले एवं खरगोन जिले के शीर्ष प्रशासनिक अधिकारियों की बैठक हुई। इस दौरान तय किया कि दोनों जिले के प्रशासनिक अधिकारी आपसी सहयोग बनाते हुए मेले के लिए समुचित व्यवस्था पूर्ण कराएंगे। बैठक में कलेक्टर अमित तोमर, खरगोन कलेक्टर शशिभूषण सिंह, बड़वानी पुलिस अधीक्षक विजय खत्री, खरगोन पुलिस अधीक्षक डी कल्याण चक्रवर्ती, मेला आयोजन समिति अध्यक्ष दिनेश यादव, कोषाध्यक्ष बजरंग गोयल सचिव मोहन परिहार, संतोष भायल, लक्ष्मण मुकाती, एसडीएम राजपुर वीरसिंह चौहान सहित संबंधित विभागों के जिला एवं अनुभाग स्तरीय अधिकारी मौजूद थे।
बैठक में बताया कि सात दिवसीय यह मेला 15 अगस्त से प्रारंभ होगा। इसलिए की जाने वाले व्यवस्थाएं संबंधित विभाग मेला प्रारंभ होने के 2 दिवस पूर्व अनिवार्य रूप से पूर्ण कर लें। शासन द्वारा प्रदेश में लगाए गए प्लॉस्टिक के उपयोग पर प्रतिबंध के मद्देनजर संपूर्ण मेला परिसर को प्लॉस्टिक पन्नी एवं कप से मुक्त बनाया जाएगा। कोई भी चाय के दुकानदार प्लॉस्टिक के कपतथा अन्य दुकानदार प्लॉस्टिक की पन्नी का उपयोग नहीं करेंगे।
संपूर्ण मेला परिसर में पेयजल की समुचित व्यवस्था के लिए पीएचई विभाग आवश्यक पाईप, सिंगल फेस मोटर, सिंटेक्स टंकियो टैंकर 22 की व्यवस्था जगह-जगह कराएंगी। वहीं इस कार्य में जनपद पंचायत राजपुर एवं मेला आयोजन समिति भी अपना पूर्ण सहयोग प्रदान करेंगी। मेला क्षेत्र को गंदगी मुक्त रखने के लिए जगह-जगह ब्लीचिंग डालने का काम जनपद पंचायत राजपुर की टीम द्वारा किया जाएगा। जबकि ब्लीचिंग की व्यवस्था स्वास्थ्य विभाग कराएगा। मेला परिसर में विद्युत व्यवस्था मेला उत्सव समिति के माध्यम से की जाएगी, लेकिन कोई भी खुला तार न हो एवं जगह-जगह उचित लोड के जनरेटर भी लगे हो, ये सुनिश्चित करने का दायित्व विद्युत मंडल का रहेगा।
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