बड़वानीPublished: Apr 01, 2019 11:19:07 am
मनीष अरोड़ा
बीजेपी कार्यालय पहुंचे प्रताडि़त, कहा झूठा केस बनाकर रातभर पीटा, भाजपा ने निर्वाचन आयोग, कलेक्टर, एसपी से की शिकायत
Rajpur TI charged
बड़वानी. राजपुर पुलिस थाना प्रभारी अनिल बामनिया पर एक बार फिर प्रताडऩा का आरोप लगा है। दो दिन पूर्व एक युवक से मारपीट का मामला अभी शांत ही नहीं हुआ था कि रविवार को तीन अन्य लोगों ने टीआई पर मारपीट के आरोप लगाते हुए भाजपा जिलाध्यक्ष से शिकायत की है। इस मामले में भाजपा जिलाध्यक्ष ने निर्वाचन आयोग, कलेक्टर और एसपी से शिकायत करने की बात कही है।
रविवार को भाजपा कार्यालय पहुंचे राजपुर निवासी सुरेश कनकसिंह जमरे और बजट्टा निवासी छोगालाल सोमा जमरे व महेश सडिया सोलंकी ने राजपुर थाना प्रभारी अनिल बामनिया पर जबरन गिरफ्तार करने और थाने लाकर मारपीट करने के आरोप लगाए हैं। इन्होंने यहां भाजपा जिलाध्यक्ष को भी अपनी आपबीती बताई। तीनों ने आरोप लगाया कि 27 मार्च को थाना प्रभारी बजट्टा आए और शराब का धंधा करने की बात करते हुए छोगालाल और महेश को थाने उठा लाए। इसके बाद उनके साथ मारपीट की गई। इसके बाद थाना प्रभारी ने रुपयों की मांग की। इन्होंने बताया कि हमारे पास रुपए नहीं होने से हमनें हमारे परिचित सुरेश से मदद मांगी और उसे थाने बुलवाया।
दूसरे दिन रुपए देने की हुई बात
सुरेश जब थाने पहुंचा उसके पास भी रुपयों की व्यवस्था नहीं थी। इस पर उसने गांव के सरपंच विनोद को थाने बुलाया। थाने पर दूसरे दिन रुपए देने की बात पर पुलिस ने दोनों ग्रामीणों को छोड़ दिया। इनका आरोप है कि दस हजार की व्यवस्था करने के बाद बाकी बचे दस हजार की व्यवस्था नहीं हो सकी। इस पर थाना प्रभारी ने सुरेश को बुलाकर उसे धमकी दी की, तूने जमानत ली और पैसे नहीं दे रहा है। सुरेश का आरोप है कि टीआई ने उसे ऐसे केस में फसाने का कहा, जिसमेें जमानत भी नहीं होगी। सुरेश ने बताया कि इसके बाद उसके कपड़े निकालकर उसे पीटा गया। वहीं अन्य दोनों ग्रामीणों के खिलाफ आम्र्स एक्ट का प्रकरण दर्ज कर, उनके साथ भी मारपीट की गई। इन्होंने आरोप लगाया कि राजनीतिक विद्वेश के चलते राजपुर थाना प्रभारी द्वारा ऐसी कार्रवाई की जा रही है। पीडि़तों ने पूरे मामले को लेकर पुलिस महानिरीक्षण निमाड़ रेंज इंदौर, पुलिस अधीक्षक बड़वानी चुनाव आयोग और मानवाधिकार आयोग को अपनी शिकायतें प्रेषित की है। इस संबंध में थाना प्रभारी अनिल बामनिया ने बताया कि ये अवैध हथियार के मामले में पकड़े गए हैं। इनके मेडिकल भी करवाए गए हैं। मारपीट के आरोप निराधार है। जो विरोधी हैं वो लोग मुझे बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं।
वर्जन…
इस प्रकार को कोई मामला है तो हम उसको दिखवाते हैं। ऐसे किसी के साथ मारपीट करना गलत है।
-सुनिता रावत, एडिशनल एसपी बड़वानी
निर्वाचन आयोग से की शिकायत
पहले भी मारपीट करने के ऐसी जानकारी लगी थी। इस मामले को लेकर चुनाव आयोग, पुलिस अधीक्षक को शिकायतें की हैं। इसमें कोई कार्रवाई नहीं हुई है। हम राजनीतिक दल के व्यक्ति हैं और आदर्श आचार संहिता का पालन कर रहे हैं। कांग्रेस आदर्श आचार ंहिता के नाम पर हमारे लोगों को परेशान कर रही है, ऐसा लग रहा है।
-ओम खंडेलवाल, भाजपा जिलाध्यक्ष