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कलश शोभायात्रा निकली, हुआ ध्वजारोहण

locationबड़वानीPublished: Oct 20, 2018 12:00:07 pm

आर्यिका माताजी के चातुर्मास में शामिल हुए समाज के लोग

Saint Devnandi Maharaj of Digambar Jain Samaj

Saint Devnandi Maharaj of Digambar Jain Samaj

बड़वानी. शहर के दिगंबर जैन समाज के संत देवनंदी महाराज की शिष्या आर्यिका कांतिश्री, सुमंगला और आर्यिका स्वस्ती माता का मंगल चातुर्मास सिद्ध नगरी बड़वानी में धूमधाम से मनाया जा रहा है। इस मौके पर शनिवार को सुज्ञान सरिता आर्यिका सुमंगलाश्री माताजी का मंगल संयम, रजत दीक्षा जयंति एवं कांति माता का 31वां दीक्षा दिवस भक्तिभाव से प्रारंभ हुआ। इस दौरान शोभायात्रा, पालकी यात्रा, ध्वजारोहण, मंगलाचरण आदि के आयोजन हुए।
आर्यिका संघ को आमंत्रण दिया
समाज के मनीष जैन ने बताया कि सुबह 7.30 बजे आर्यिका संघ को आमंत्रण दिया गया। वहीं संहास्थ चैत्यालय की प्रतिमा भगवान श्रेयांशनाथ, चंद्रप्रभु, पाŸवनाथ स्वामी की पालकी शोभायात्रा निकाली गई और कार्यक्रम स्थल शुभम पैलेस पहुंचे। इस दौरान आर्यिका संघ के साथ मंगल कलश धारण किए महिलाएं व अष्ट कुमारियां साथ चल रही थी। समाज के युवा सफेद वस्त्र धारण कर शामिल हुए। समाजजनों भगवान की पालकी उठाने का भी सौभाग्य प्राप्त किया। इस दौरान समाज के लोग भक्तिभाव में लीन होकर झूमते हुए चल रहे थे।
इन्हें मिला सौभाग्य
शोभायात्रा के शुभम पैलेस पहुंचने पर ध्वजारोहण पुष्पा नरेंद्र कुमार वोहरा परिवार, मंडल का उद्घाटन मुन्नालाल जैन परिवार, भगवान के अभिषेक सौहार्द इंद्र महेंद्र कुमार रतनलाल पहाडिय़ा, दीपक कुमार गंगवाल व अन्य द्वारा किए गए। भगवान की शांतिधारा का सौभाग्य ऋषभ कुमार दोशी परिवार, माता पद्मावती की शांतिधारा तारादेवी कैलाशचंद्र गोधा परिवार को प्राप्त हुआ।
तीर्थंकरों की प्रदर्शनी लगाई
वहीं दोपहर बाद महामृत्युंजय विधान की पूजा संघस्थ दीपक भैया के निर्देशन में प्रारंभ हुई। इसमें 1200 अर्ध चढ़ाए गए। ये पूजन आरोग्यता, सुख-संपत्ति व शांति-समृद्धि तथा कालसर्प व अन्य गृहदोषों के निवारणार्थ की जा रही है। शाम को भगवान की आरती हुई। वहीं सांस्कृतिक कार्यक्रम में शहर व बाहर से आए श्रद्धालुओं ने प्रस्तुतियां दी। वहीं चातुर्मास पर 24 तीर्थंकरों की निर्वारण भूमि, सम्मेदशिखर, पावापुर, चंपापुरा, अष्टापर, गिरनार तीर्थ की रचना की प्रदर्शनी लगाई गई है।

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