script

सेंधवा के उद्योगपति का कार चालक 30 लाख लेकर फरार

locationबड़वानीPublished: Dec 23, 2018 12:51:49 am

महाराष्ट्र पुलिस कर रही तलाश, सेंधवा निवासी है कार चालक

Sandhwa industrialist absconding with Rs 30 lakh

Sandhwa industrialist absconding with Rs 30 lakh

सेंधवा. नगर के उद्योगपति ने शुक्रवार को शहर थाना प्रभारी को आवेदन देकर बताया कि 21 दिसंबर को दोपहर करीब 3.30 बजे महाराष्ट्र के नांदेड़ स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा की शाखा से हमारा मुनीम सतीश पिता सुंदरलाल पालीवाल निवासी सेंधवा और कार चालक राजेंद्र पिता बंसीलाल यादव 30 लाख रुपए नकद लेकर बैंक शाखा से निकले। बैंक से निकलने के बाद रास्ते में अज्ञात पुलिस वाले ने कार रोकी और मुनीम सतीश पालीवाल को नीचे उतरकर फोन मालिक को फोन लगाने को कहा। पालीवाल जब कार से नीचे उतरे तो अज्ञात वर्दीधारी व्यक्ति गाड़ी में बैठा और ड्राइवर सहित दोनों पेमेंट और कार लेकर फरार हो गए।
मुनीम ने घटना की जानकारी प्रकाशचंद जैन को दी। इसके बाद महाराष्ट्र के नांदेड़ क्षेत्र के वजीराबाद पुलिस थाने में चालक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई। महाराष्ट्र पुलिस में मुनीम सतीश पालीवाल को पूछताछ के लिए शुक्रवार दोपहर थाने में बुलाया था। पूछताछ के बाद छोड़ दिया।
घटना की जानकारी मिलने के बाद वैश्य समाज अध्यक्ष राजेश गर्ग, अजय झंवर, राजेश जैन, प्रेम सुराणा सहित कई व्यापारी शहर थाने पहुंचे। उन्होंने पुलिस को स्थानीय कार चालक के परिवार को थाने बुलाकर पूछताछ करने के लिए आवेदन दिया। अपने आवेदन में प्रकाशचंद जैन ने बताया कि कार ड्राइवर राजेंद्र की पत्नी रामकटोरा क्षेत्र में रहती है। उसे थाने बुलाकर कार चालक के संबंध में पूछताछ करने की मांग की गई। इसके बाद पुलिस अधिकारियों ने रामकटोरा क्षेत्र में रहने वाली पत्नी व अन्य परिजनों को बुलाकर कार चालक के संबंध में जानकारी जुटाई। हालांकि शहर थाना पुलिस ने कहा है कि इस मामले से फिलहाल हमारा कोई लेना-देना नहीं है। यदि महाराष्ट्र पुलिस किसी भी मामले में जांच की मांग करेगी तो हम सहयोग करेंगे।
अपहरण की शंका
प्रेमचंद सुराणा ने बताया कि जब घटना के करीब एक घंटे बाद सतीश पालीवाल ने सूचना दी। उसके बाद हमें कार चालक के अपहरण की शंका हुई, लेकिन शनिवार सुबह तक ये बात साफ हो गई थी कि कार चालक ही पैसा लेकर फरार है। फैक्टरी संचालकों ने कहा कि ३ दिनों तक बैंकों की छुट्टी होने से शुक्रवार को ही पैसा निकलने की सोची। इसके बाद मुनीम और कार चालक को बैंक भेजा था। फैक्टरी महाराष्ट्र के कुंटूर जिला नांदेड़ में स्थित है। घटना की सूचना के बाद से ही नगर सहित कई क्षेत्रों में चालाक राजेंद्र पिता बंसीलाल का फोटो सोशल मीडिया पर वाइरल हो रहा है। कार चालक राजेश द्वारा शनिवार सुबह 11 बजे अपने परिजनों को फोन करने की बात सामने आई है।
गलत नाम बताकर चालक लगा था नौकरी पर
पुलिस ने जब कार चालक की पत्नी से पूछताछ की तो उसने बताया कि पति का नाम राजेश पिता सीताराम यादव है। जबकि महाराष्ट्र की जिस फैक्टरी में राजेश कार चालक का काम करता था। वहां उसने अपना नाम राजेंद्र पिता बंसीलाल यादव बता रखा था। पुलिस को शक है कि राजेश ने जानबूझकर अपना नाम गलत बताया होगा। फैक्टरी मालिक प्रकाश जैन सहित ने अन्य ने बताया कि जब उन्होंने पत्नी से कार चालक के बारे में पूछा तो उसने बताया था कि पति का शनिवार सुबह फोन आया था। उन्होंने कहा कि वह अपनी मां के घर चली जाए मां की तबीयत खराब है।

ट्रेंडिंग वीडियो