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साइबर ठगी का शिकार हुआ शिक्षक, लगी 89 हजार से अधिक की चपत

locationबड़वानीPublished: Jun 22, 2020 11:18:38 am

Submitted by:

vishal yadav

मोबाईल लिंक डाउन लोड करने के बाद अकाउंट हुआ हैक, पीडि़त ने थाने पर पहुंच दर्ज कराई शिकायत, साइबर सेल ने मामला लिया जांच में

Teacher became victim of cyber fraud

Teacher became victim of cyber fraud

बड़वानी. ऑनलाइन ठगी का शिकार लोगों को बनाने वाले नए-नए हथकंडे अपना रहे हैं। ऐसे शामिर बदमाश लोगों को प्रलोभन देकर साइबर ठगी का शिकार कर उनके बैंक अकाउंट्स में सेंधमारी करने में लगे हुए हैं। शनिवार को भी एक ऐसा मामला एक शिक्षक के साथ हुआ। समीपस्थ ग्राम छोटी कसरावद निवासी एक युवक द्वारा ऑनलाइन रुपए ट्रांसफर के बाद एक एप्प इंस्टॉल किया। इसके बाद उसके तीन अलग-अलग खातों से कुल 89 हजार 97 रुपए गायब हो गए। इसको लेकर संबंधित ने कोतवाली में आवेदन देकर जांच की मांग की है। बीते 15 दिनों के दौरान शहर में ऑनलाइन ठगी के दो मामलों में हजारों रुपए गायब होने के मामले थाने में दर्ज हुए है। जिनकी सायबर टीम जांच कर रही है।
ग्राम छोटी कसरावद के नारायण पिता कालूसिंह चौहान ने बताया कि वे अपने दोस्त के अकाउंट में पैसे ट्रांसफर कर रहे थे। इस दौरान गलत अकाउंट में पैसे ट्रांसफर हो गए। इसके बाद जब संबंधित युवक से रिफंड के प्रयास किए तो उसे एक नंबर दिया और उनके पैसे वापस हो गए। वहीं इसके बाद उन्हें विवर नाम एप्लीकेशन इंस्ट्राल करने दी गई। एप्लीकेशन इंस्टॉल करने के बाद उनके तीन अलग-अलग खातों, जिसमें ंबैंक ऑफ इंडिया के खाते से 19 हजार 998 रुपए, एसबीआई खाते से 39 हजार 998 और एचडीएफसी बैंक के खाते से 29 हजार 10 रुपए गायब हो गए। कोतवाली के एसआई लखनसिंह बघेल ने बताया कि मामले की जांच के लिए सायबर विभाग को आवेदन सौंपा है।
उपभोक्ताओं को खुद सजग रहने की जरुरत
ऑनलाइन ठगी के मामले तेजी से भी बढऩे लगे है। मोबाइल पर लोगों को फेक कॉल के माध्यम से शातिर बदमाशों द्वारा केशबैक मिलने, मोबाइल-बाइक या अन्य सामग्री गिफ्ट मिलने की सूचना व मैसेज भेजकर उनकी बैंकिग जानकारियां और निजी जानकारियां पूछी जाती है। इसके बाद ओटीपी नंबर मांगते है। जैसे ही उपभोक्ता ओटीपी नंबर बताते हैं, उसके बाद खातों से रुपए ट्रांसफर कर लिए जाते है। इससे बचने के लिए उपभोक्तता को खुद सजग रहने की आवश्यकता है।
बरतें ये सावधनियां
-नेट बैंकिंग की जानकारी किसी से शेयर ना करें।
-एटीएम का इस्तेमाल करते समय सावधानी बरतें।
-प्रलोभन देने वाली कोई भी संदिग्ध लिंक खोलने से बचें।
-कोई भी फर्जी कॉल आने पर बैंकिंग जानकारियां देने से बचें।
-समय-समय पर पिन नंबर बदलते रहें।
-मोबाइल पर आने वाले लॉटरी, इनाम आदि के मैसेस अनदेखा करें।
-बैंक में मोबाइल नंबर रजिस्टर करवाएं।
-सोशल मीडिया एप्प के पासवर्ड कठिन रखे, मोबाइल नंबर, जन्म दिनांक का इस्तेमाल नहीं करें।

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