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अतिक्रमण ही थे ट्रेचिंग ग्राउंड के पीछे तोड़े गए मकान

locationबड़वानीPublished: Feb 08, 2019 10:24:07 am

विधायक पहुंचे धरना देने, कलेक्टर ने चर्चा कर दी जानकारी, उल्टे पांव लौटे विधायक, अन्य संगठनों ने भी बनाई दूरी, अतिक्रमणकारियों के पास पहले से ही गांव में है मकान

खबर लेखन : मनीष अरोरा
ऑनलाइन खबर : विशाल यादव
बड़वानी. ग्राम पंचायत अंतर्गत हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी के पीछे तोड़े गए कच्चे-पक्के मकान अंतत: अतिक्रमण ही निकले। प्रशासन द्वारा कराई गईजांच में मामले का खुलासा होने के बाद पिछले पांच दिन से चल रहे नाटकीय घटनाक्रम का गुरुवार को पटाक्षेप हो गया। प्रशासन द्वारा यहां जो अतिक्रमण तोड़े गए थे, उनके घर मालिकों का अन्य पंचायतों में रिकार्ड निकला और लगभग सभी के अपने मकान भी बने हुए है। मामले में गुरुवार को स्थानीय विधायक भी अतिक्रमणकारियों के पक्ष में धरना देने पहुंचे थे। प्रशासन द्वारा हकीकत बताने के बाद वे भी उल्टे पैर वापस लौट गए। वहीं, विरोध में आ रहे अन्य संगठनों ने भी अतिक्रमणकारियों से दूरी बना ली।
पिछले शनिवार को ग्राम पंचायत बडग़ांव अंतर्गत अतिक्रमण की शिकायत पर जिला प्रशासन ने यहां मौजूद 32 कच्चे पक्के मकान तोड़े थे। इस दौरान प्रशासनिक अधिकारियों और अमले को महिलाओं के भारी विरोध का सामना करना पड़ा था। इसके बाद से ही मामला तूल पकडऩे लगा और रविवार को बड़वानी आए गृहमंत्री बाला बच्चन को अतिक्रमणकारियों ने घेर लिया। इसके बाद सोमवार को अतिक्रमणकारियों के समर्थन में आए स्थानीय विधायक प्रेमसिंह पटेल ने भी प्रशासन को तीन दिन में उजाड़े गए लोगों को बसाने की चेतावनी दी थी। वहीं, मंगलवार को जिले की प्रभारी मंत्री डॉ. विजयलक्ष्मी साधौ के वाहन का घेराव भी कलेक्टोरेट परिसर के बाहर रोड पर अतिक्रमणकारियों ने किया था।
पहुंचे विधायक, पता चली हकीकत तो वापस लौटे
विधायक पटेल द्वारा प्रशासन को तीन दिन का दिया समय गुरुवार को पूरा होने के बाद उन्होंने धरना देने की बात कही थी। गुरुवार दोपहर को विधायक कलेक्टोरेट पहुंचे और वरिष्ठ नेता सोहन माहेश्वरी, राजेश पंडित और अन्य के साथ कलेक्टर से मुलाकात की। कलेक्टर अमित तोमर ने पहले तो विधायक से अकेले में बात की, फिर अन्य नेताओं को भी बुलाकर हकीकत समझाई। कलेक्टर ने विधायक को बताया कि जिन लोगों ने अवैध मकान बना रखे थेए वे सभी बाहरी हैं, राशन कार्ड अनुसार वे अपने गांवों से बराबर राशन भी प्राप्त कर है। सिर्फ पट्टा हथियाने के लिए शहर के समीप अतिक्रमण के रुप में कब्जा कर रहे थे। करीब 15 मिनट चर्चा के बाद विधायक व भाजपा नेता रवाना हो गए। वहीं उनके साथ ही धरना दे रहे लोग भी रवाना होते नजर आए।
आवंटित जगह पर बनेंगे छात्रावास
एसडीएम अभयसिंह ओहरिया ने बताया कि 32 मकान तोड़े थे, जो सभी अतिक्रमणकारी थे। इसमें से 31 लोगों के अन्य जगह खुद के मकान है। जिन्होंने अतिक्रमण किया था उसमें शहर सहित आमलियापानी, बड़वानीखुर्द, गाताबारा आदि जगह के रहने वाले लोग थे। वहीं एक को अन्य जगह मकान बनाने आवास योजना का लाभ मिला था, जो पहली किस्त खा गया। उक्त जगह छात्रावास निर्माण के लिए आवंटित की गई हैं, क्योंकि यह शहर से सटी है। यह जगह के अलावा फिर गांव करी के समीप हैं, जो छह किमी दूर हैं। यहां 100 सीटर बालक और 150 सीटर बालिका छात्रावास प्रस्तावित है, जिसका काम जल्द ही शुरू करा दिया जाएगा, ताकि भविष्य में यहां कोईअतिक्रमण न हो सके।
गरीबों को जगह बेची जा रही थी
पूरे मामले में ये बात भी सामने आई है कि लोगों को पट्टे दिलाने के नाम पर कतिपय लोगों द्वारा यहां अतिक्रमण कराया जा रहा था। यहां बसाए गए लोगों से उक्त व्यक्ति द्वारा 10-10 हजार रुपए भी लिए गए है। तहसीलदार राजेश पाटीदार ने बताया कि जिस दिन अतिक्रमण तोड़े गए थे, उस दिन अतिक्रमणकारियों द्वारा ये बात बताईगई थी। हालांकि अब अतिक्रमणकारी इस बारे में कुछ भी बोलने से इनकार कर रहे है। जिस व्यक्ति द्वारा ये काम किया गया है उसका पता लगाया जा रहा है। उसकी जानकारी मिलते ही गरीबों का रुपया भी वापस दिलाया जाएगा और संबंधित पर केस भी दर्ज किया जाएगा।

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