scriptकोरोना काल के 10 माह बाद स्कूल-कॉलेजों में लौटी रौनक, नजर आई चहल पहल | 10 months after the Corona period, schools and colleges returned to th | Patrika News

कोरोना काल के 10 माह बाद स्कूल-कॉलेजों में लौटी रौनक, नजर आई चहल पहल

locationबस्सीPublished: Jan 18, 2021 09:09:33 pm

Submitted by:

Satya

पहले दिन उत्साह से पहुंचे विद्यार्थी, स्क्रीनिंग व हाथ सेनेटाइजर के बाद दिया प्रवेश

कोरोना काल के 10 माह बाद स्कूल-कॉलेजों में लौटी रौनक, नजर आई चहल पहल

कोरोना काल के 10 माह बाद स्कूल-कॉलेजों में लौटी रौनक, नजर आई चहल पहल


शाहपुरा। कोरोना काल के करीब 10 माह बाद सोमवार से विद्यार्थियों के लिए स्कूल-कॉलेज खुलने से विद्यार्थियों की चहल-पहल नजर आई। विद्यार्थी भी लम्बे समय बाद उत्साह से स्कूल पहुंचे और कोरोना गाइड लाइन की पालना करते हुए कक्षाओं में अध्ययन किया। सरकार के निर्देश पर कोरोना काल के 10 माह बाद स्कूलों में 9वीं से 12वीं तक के विद्यार्थियों की नियमित रुप से कक्षाएं लगी। जबकि कॉलेजों में भी काफी संख्या में विद्यार्थी नजर आए।

लंबे अंतराल के बाद स्कूल पहुंचे बच्चों के चेहरों पर खुशी नजर आई। सुबह निर्धारित समय पर स्कूल पहुंचे बच्चों के चेहरों पर मास्क लगे हुए थे। कोरोना गाइड लाइन की पालना करते हुए शाहपुरा ब्लॉक के सभी स्कूलों में विद्यालय प्रशासन की ओर से प्रवेश द्वार पर ही एक-एक बच्चे की स्क्रीनिंग करने और हाथ सैनेटाइजर करने के बाद अंदर प्रवेश दिया। इसके बाद विद्यार्थियों को सोशल डिस्टेंस की पालना के लिए प्रेरित करते हुए कक्षाओं में बिठाकर शिक्षण कार्य कराया गया।
शाहपुरा ब्लॉक में करीब 80 फीसदी विद्यार्थी स्कूल पहुंचे। सीबीईओ शाहपुरा गैंदालाल रैगर ने बताया कि शाहपुरा ब्लॉक क्षेत्र में सरकारी व निजी स्तर के माध्यमिक व उच्च माध्यमिक कुल 143 विद्यालय है। जिनमें 41 उच्च माध्यमिक व 12 माध्यमिक सरकारी विद्यालय है। जिनमें कुल 8 हजार 958 बच्चे नामांकित है। इनमे ंसे पहले दिन 7 हजार 219 बच्चे स्कूल पहुंचे।
सीबीईओ गैंदालाल ने बताया कि राज्य सरकार के निर्देशानुसार स्कूलों को पहले ही सैनेटाइज करा दिया था। सभी जगह मास्क, सेनेटाइजर आदि की व्यवस्था मौजूद थी और स्क्रीनिंग के बाद बच्चों को प्रवेश दिया गया। कक्षा-कक्षो में भी निर्धारित दूरी पर बैठाया गया। विद्यार्थियों को भी सोशल डिस्टेंस का पालन करने के लिए जागरुक किया जा रहा है।

स्कूलों में 10 माह बाद लगी कक्षाएं
कोरोना काल में स्कूलों में करीब 10 माह बाद विद्यार्थी पहुंचे और नियमित कक्षाएं लगीं। जिससे बच्चों में भी एक उत्साह नजर आया। निजी स्कूलों में भी बच्चे उत्साह से स्कूल पहुंचे और शिक्षण कार्य किया। उल्लेखनीय है कि मार्च माह में कोरोना महामारी के कारण लॉकडाउन लग गया था, तब से बच्चों के लिए स्कूल बंद थे। जिससे बच्चे भी घरों में कैद होकर रह गए थे। बच्चे भी काफी समय से वे स्कूल खुलने का इंतजार कर रहे थे।
पहले दिन बच्चों को गाइड लाइन की पालना का पठाया पाठ
पहले दिन में शिक्षकों ने कक्षाओं में बच्चों को सबसे पहले कोरोना गाइड लाइन की पालना का पाठ पठाया। शिक्षकों ने बच्चों को सरकारी गाइड लाइन की पालना करने, मास्क लगाकर रहने और स्कूल आने, एकत्रित नहीं होने, सोशल डिस्टेंस का पालन करने के लिए प्रेरित किया। इसके बाद बच्चों को शिक्षण कार्य करवाया। कक्षाओं में भी बच्चे उचित दूरी बनाकर बैठे नजर आए।
उपखंड अधिकारी व सीबीईओ ने स्कूलों का किया निरीक्षण
इधर, पहले दिन स्कूलों में कोरोन गाइड लाइन की पालना को लेकर उपखंड अधिकारी शाहपुरा मनमोहन मीणा और सीबीईओ ैगैंदालाल रैगर ने कई स्कूलों का निरीक्षण कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए। एसडीएम ने अधिक संख्या होने पर बच्चों को बाहर परिसर में बिठाने या फिर एक दिन 50 फीसदी और शेष बच्चे दूसरे दिन बुलाने के निर्देश दिए।

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