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शादि की अनुमति के 131 मिले आवेदन

locationबस्सीPublished: Nov 25, 2020 10:04:52 pm

Submitted by:

Gourishankar Jodha

पांच माह बाद फिर से शुरू हुए मांगलिक कार्य, कार्तिक मास शुक्ल पक्ष की देवउठनी एकादशी श्रद्धा के साथ मनाई गई

शादि की अनुमति के 131 मिले आवेदन

शादि की अनुमति के 131 मिले आवेदन

कोटपूतली। अधिकमास व चार्तुमास के चलते ५ माह के बाद देवउठनी एकादशी से मांगलिक कार्य शादियां शुरुआत हो गई। कोरोना गाइडलाइन के चलते शादी विवाह की अनुमति की अनिवार्यता के चलते बुधवार को प्रशासन को निर्धारित प्रपत्र में शादी की अनुमति के लिए 48 आवेदन मिले है। आवेदन एसडीएम कार्यालय में जमा किए जा रहे है। इससे पहले दो दिनों में 131 आवेदन मिले थे।
कार्तिक मास शुक्ल पक्ष की देवउठनी एकादशी श्रद्धा के साथ मनाई गई। घर-घर में मांढने मनाए गए और शाम को उठो देव, बैठो देव जैसे मांगलिक गीतों के साथ देव उठाए गए। महिलाओं ने देवताओं के लिए पारंपरिक मंगल गीत गा कर घर में सुख समृद्धि की कामना की गई।
पुराणों के अनुसार
पुराणों के अनुसार करीब 4 माह पूर्व आषाढ़ मास की देवशयन एकादशी पर देव सो जाते हैं जो कार्तिक मास शुक्ल पक्ष की एकादशी को उठते है। इसके साथ शुभ कार्य शुरू हो जाते है। इस महिने मेंं २५ नवंबर के अलावा 27 व 30 नवंबर के सावे है, लेकिन इस बार कोरोना संक्रमण के चलते विवाह शादियों में कई तरह की बंदिशे लगाई गई है। सरकार की ओर से जारी गाइडलाइन की पालना अनिवार्य की गई है।
गाइड लाइन की पालना अनिवार्य
एसडीएम सुनीता मीणा ने बताया कि विवाह शादी सहित अन्य समारोह के दौरान गाइडलाइन का उल्लघंन करने पर जुर्माने के अलावा विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी। समारोह स्थल पर सोशल डिस्टेसिंग की पालना, मास्क लगाने व सेनेटाइजर की उपलब्धता अनिवार्य की गई है।
नहीं हुए शालिग्राम व तुलसी विवाह
देव उठनी एकादशी पर तुलसी व शालीग्राम के विवाह की परम्परा है। इस बार कोरोना संक्रमण के चलते क्षेत्र में शालीग्राम व तुलसी विवाह नहीं हो रहे है। पुराणों की मान्यता के अनुसार यह विवाह करने से पुण्य व सुख समृद्धि की प्राप्ति होती है।

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