मौसम विभाग के अनुसार (weather update) वर्तमान में भूमध्य प्रशांत सागर में ला नीना (la nina) मौसम तंत्र की स्थितियां बनी हुई हैं जो मार्च 2022 तक जारी रह सकती हैं। इस का असर भारत सहित पूरे विश्व पर नजर आ रहा है। सामान्यतया भारत में ला नीना के असर से ज्यादा बरसात और शीत लहर की स्थितियां बनी रहती हैं। ला नीना साइबेरिया और दक्षिण चीन से ठंडी हवाओं को भारत तक ले आता है। ये ठंडी हवाएँ उष्णकटिबंधीय ताप के सम्पर्क में आने से उत्तर- दक्षिण कम दबाव के क्षेत्र बनाती हैं। मौसम विभाग के अनुसार 22 जनवरी से 26 जनवरी के बीच उत्तरी भारत से पश्चिमी विक्षोभ के गुजरने से कई जगह बारिश हुई। इस विक्षोभ के ही कारण उत्तरी राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, चंडीगढ़ के कई क्षेत्रों में गहरा कोहरा भी छाया रहा था।
29 जनवरी व दो फरवरी को और दिखेंगे विक्षोभ के असर मौसम विभाग के अनुसार 29 जनवरी से पश्चिमी हिमालयी क्षेत्रों और 2 फरवरी से उत्तरी- पश्चिमी भारत में नए पश्चिमी विक्षोंभों का असर देखने को मिलेगा। इसके तहत जम्मू कश्मीर, लद्दाख, गिलगित बाल्टीस्तान मुजफ्फराबाद इलाके में हल्की बारिश, बर्फबारी हो सकती है। वहीं 28 से 30 जनवरी के बीच राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, विदर्भ, बिहार और छत्तीसगढ़ में कोल्ड वेव कंडिशन्स बनी रह सकने की आशंका है। cold wave in rajathan