उधर वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि पैंथर आठ किमी के एरिये में भोजन की तलाश में घूमते रहते है। रेंजर सुमेरसिंह ने बताया कि बीलवाडी से पापड़ी के बीच जंगल में दो पैंथर मूवमेंट करते है। पैंथरों को बीलवाड़ी के पास भी देखा गया है। जिस पर बीलवाड़ी में पैंथरों को पकडऩे के लिए पिंजरा भी लगाया गया है। इससे पूर्व पिछले दिनों विराटनगर रेंज क्षेत्र के गोपीपुर में एक पैंथर पिंजरे में कैद हुआ था, जबकि लगभग चार माह पूर्व पापड़ी के पास से एक पैंथर पकड़ा गया था और एक पैंथर वन्यजीवों के बीच हुए खूनी संघर्ष में मर गया था।