क्षेत्रवासियों ने बताया कि शाहपुरा को जिला बना दिया तो क्षेत्र का चहुंमुखी विकास होगा। ज्ञापन में मंच अध्यक्ष मंडोवरा ने बताया कि शाहपुरा जिला बनाने के सभी मादण्ड पूरे करता है। केन्द्र बिन्दू पर स्थित शाहपुरा को जिला बनाने की मांग करीब 30 वर्ष से भी अधिक समय से मांग की जा रही है। क्षेत्रवासी वर्ष 1989 से लगातार शाहपुरा को जिला बनाने की मांग करते आ रहे हैं। इस बाबत प्रशासनिक तौर पर जांच भी हो चुकी है।
1981 में प्रशासनिक सुधार आयोग ने शाहपुरा की भौगोलिक व प्रशासनिक व्यवस्थाओं से संतुष्ट होकर अतिरिक्त जिला बनाने की सिफारिश भी की थी। मंच संरक्षक विजय कुमार पटवारी, रघुवीर सिंह, जगदीश प्रसाद बरवड़, राम सिंह रोलानिया व शाह समाज के अध्यक्ष सदरू शाह ने कहा कि विराटनगर, जमवारामगढ़, कोटपूतली, थानागाजी, पावटा व अजीतगढ़ तहसीलों को शामिल कर शाहपुरा को जिला बनाया जा सकता है।
शाहपुरा उक्त कस्बों के केन्द्र में स्थित है। उन्होंने ज्ञापन में बताया कि शाहपुरा में महिला महाविद्यालय, कृषि संकाय, कला महाविद्यालय, विज्ञान एवं वाणिज्य महाविद्यालय, रीको क्षेत्र, आईटीआई महाविद्यालय, जिला परिवहन कार्यालय, ट्रांसपोर्ट नगर व अन्य सभी कार्यालय मौजूद है। जिला बनाने के लिए पर्याप्त भूमि शाहपुरा तहसील क्षेत्र में मौजूद है।
इसके अलावा शाहपुरा जिला बनाने की संपूर्ण संवैधानिक व प्रशासनिक आवश्यकताओं की पूर्ति करता है। क्षेत्रवासियों ने राज्य सरकार से इस बजट सत्र में शाहपुरा को जिला घोषित करने की मांग की है। इस दौरान कालूराम सैनी, पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष सुनील ढबास, विकास भाम्भू, सुरेश धोबी सहित लोग मौजूद थे।