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NEET-नीट में यह रैंक हासिल कर किया नाम रोशन

locationबस्सीPublished: Oct 17, 2020 11:09:24 pm

Submitted by:

Gourishankar Jodha

आर्थिक रूप से कमजोर एक परिवार के छात्र हरिओम बुनकर ने नीट में 720 में से 665 अंक प्राप्त कर देश में 1764वीं रैंक और एससी कैटेगरी में 32वी रैंक प्राप्त कर बहलोड गांव का नाम रोशन किया

NEET-नीट में यह रैंक हासिल कर किया नाम रोशन

NEET-नीट में यह रैंक हासिल कर किया नाम रोशन

रायसर/जमवारामगढ़। मेहनत और सच्ची लगन से सफलता हासिल की जा सकती है। ऐसा ही क्षेत्र के बहलोड गांव निवासी आर्थिक रूप से कमजोर एक परिवार के छात्र हरिओम बुनकर ने कर दिखाया है। उसने नीट में 720 में से 665 अंक प्राप्त कर देश में 1764वीं रैंक और एससी कैटेगरी में 32वी रैंक प्राप्त कर बहलोड गांव का नाम रोशन किया है। इसे लेकर शनिवार सुबह बहलोड गांव सहित आसपास के ग्रामीणों ने हरिओम बुनकर के घर पहुंच कर माला व साफा पहनाकर उसका सम्मान किया।
इस दौरान सरपंच सुदामा राम गुर्जर, पूर्व सरपंच भोरीलाल गुर्जर, रामकल्याण गुर्जर, रामनिवास बुनकर सहित आसपास के गांव के कई लोग मौजूद रहे।पैसे उधार लेकर खर्चा वहन किया। हरिओम के पिता सुवालाल बुनकर मजदूरी कर परिवार चलाते हैं और माता छुट्टन देवी गृहिणी हैं। दोनों हरिओम की इस कामयाबी पर खुश होकर कहते हैं कि वह हमेशा से ही पढ़ाई के प्रति समर्पित व मेधावी रहा है। उन्होंने कहा कि हरिओम की पढ़ाई का खर्च उन्होंने पशुधन बेचकर और लोगों से उधार लेकर वहन किया है। हरिओम ने इस सफलता का श्रेय माता-पिता और गुरुजनों को दिया है।
शिवानी की एसटी वर्ग में 163वी रैंक
जमवारामगढ़. मेडिकल कॉलेजों में दाखिले के लिए आयोजित नीट परीक्षा में नटाटा गांव निवासी मेधावी छात्रा शिवानी सुसावत पुत्री स्वर्गीय मोहन कुमार मीना ने ऑल इंडिया एसटी वर्ग में 163वीं रैंक हासिल की है। शिवानी ने यह सफलता जमवारामगढ निवासी नाना कन्हैया लाल मीना की प्रेरणा से पास रहकर प्राप्त की है।
चन्द्रप्रकाश की एसटी वर्ग में 103वीं रैंक
शिवदासपुरा. नीट में टोल प्लाजा, सत्तावन की ढाणी निवासी नन्द लाल सत्तावन के पोत्र चन्द्रप्रकाश सत्तावन ने ऑल इंडिया अनुसूचित जनजाति वर्ग में 103वीं रैंक प्राप्त कर ग्राम का नाम रोशन किया है। छात्र के चाचा मोहन लाल ने बताया कि चन्द्रप्रकाश बचपन से ही डॉक्टर बन कर असहाय लोगों की सेवा करना चाहता है। इसके लिए घर रहकर ही लगातार मेहनत कर सफलता प्राप्त की। चन्द्रप्रकाश के पिता रामलाल व मां रामप्यारी कृषि कार्य करते हैं।
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