अधिवक्ताओं ने कहा कि हाल ही भाबरू में पुलिस थाना नवसृजित किया गया है। इस पुलिस थाने के अधीन आने वाले गांवों का न्यायिक क्षेत्र शाहपुरा के बजाय विराटनगर किया गया है। उन्होंने बताया कि न्यायिक क्षेत्र शाहपुरा के बजाय विराटनगर करने से परिवादियों को काफी परेशानी होगी। उन्हें न्याय के लिए 30-35 किलोमीटर दूर विराटनगर जाना पडेगा, जबकि शाहपुरा की दूरी मात्र 5-7 किलोमीटर है। उन्होंने बताया कि उनकी मांग पूरी नहीं होने तक न्यायिक कार्य स्थगित रखा जाएगा। इस दौरान काफी संख्या में अधिवक्तागण मौजूद थे।
उल्लेखनीय है कि प्रदेश सरकार की ओर से हाल ही भाबरू में नया पुलिया थाना सृजित किया है। उक्त पुलिस थाने में शाहपुरा क्षेत्र के गांवों को भी जोड़ा है। जिसमें कई गांवों की दूरी अधिक है। इसके चलते नव सृजित भाबरू पुलिस थाने का न्यायिक कार्य क्षेत्र शाहपुरा में ही रखने की मांग को लेकर शाहपुरा बार एसोसिएशन के अधिवक्ता आंदोलन कर रहे हैं।
अधिवक्ताओं ने बताया कि न्यायिक क्षेत्र शाहपुरा के बजाय विराटनगर करने से परिवादियों को काफी परेशानी होगी। उन्हें न्याय के लिए 30-35 किलोमीटर दूर विराटनगर जाना पडेगा जबकि शाहपुरा की दूरी मात्र 5-7 किलोमीटर है। उन्होंने बताया कि उनकी मांग पूरी नहीं होने तक न्यायिक कार्य स्थगित रखा जाएगा।
इस दौरान अध्यक्ष मनोज चौहान, उपाध्यक्ष श्रीराम शर्मा, मीडिया प्रभारी जितेश टांक, एडवोकेट राकेश मोहन शर्मा, बाल गोविन्द सोनी, बाबूलाल यादव, अशोक गुर्जर, अरविंद चौधरी, बाबूलाल देवन्दा, सीताराम नौसादर, मुकेश व्यास, सतीश शर्मा, रणजीत सिंह चौधरी, दीपक शर्मा, नरेश आत्रेय, कान्ति चन्द शर्मा, रामगोपाल गुप्ता, रामकृष्ण सैनी, परसाराम जाट, मंगल चन्द यादव , के अलावा सभी बार एसोशिएशन के पदाधिकारी और अधिवक्तागण उपस्थित रहे।